घोसी संसदीय सीट उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ ज़िले में स्थित है और यहां से एक-एक नगर एवं लोकसभा का प्रतिनिधि को चुना जाता है। यह संसदीय सीट मऊ से लगभग 20 किलोमीटर उत्तर में बसा हुआ है।
घोसी संसदीय सीट उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ ज़िले में स्थित है और यहां से एक-एक नगर एवं लोकसभा का प्रतिनिधि को चुना जाता है। यह संसदीय सीट मऊ से लगभग 20 किलोमीटर उत्तर में बसा हुआ है।
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आज़मगढ़ एक जिला है। आज़मगढ़ ज़िले का मुख्यालय भी है और तमसा नदी (टोंस नदी) के तट पर स्थित है। इस सीट पर यादव बाहुल्य वोटर ज्यादा हैं। यहां से मुगल शासन काल के दौरान कुछ राजपूतों ने धर्म परिवर्तन बेशक कर लिया था,पर बाकी लोग अपने धर्म पर अडिग रहे और मुगलों से डटकर मुकाबला किया था।
प्रतापगढ़ की स्थापना वर्ष 1858 में हुई और इसका मुख्यालय बेल्हा प्रतापगढ़ रखा गया है। वहीं प्रतापगढ़ तीर्थराज प्रयाग के निकट पतित पावनी गंगा नदी के किनारे बसा होने के कारण इसे एक एतिहासिक जिला एवं धार्मिक दृष्टि से काफी महत्तवपूर्ण माना गया है और उत्तर प्रदेश का यह जिला रामायण तथा महाभारत के कई महत्तवपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है।
मुगल काल में राजधानी रहा आगरा और यहां बना ताजमहल विश्व विख्यात है। वहीं आजादी से लेकर आपातकाल तक कांग्रेस का ही राज रहा है। बता दें कि वर्ष 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के प्रत्याशी शंभुनाथ चतुर्वेदी ने कांग्रेस के नेता सेठ अचल सिंह को हराया था। उसके बाद हुए मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सांसद सेठ अचल सिंह के पुत्र निहाल सिंह जैन ने कांग्रेस
लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी रोटियां सेंकना शुरू कर दिया है। सभी दल अपने-अपने प्रत्याशियों के चयन के लिए मंथन कर रहे हैं और अलग-अलग सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। जबकि कुछ सीटों पर अभी ऐलान होना बाकी है। इनमें से कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां जोरदार मुकाबला देखने को मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक है गोरखपुर लोकसभा सीट जिसे भारतीय जनता पार्टी की महत्वपूर्ण सीटों में एक माना जाता है। इस बार इस सीट पर सातवें और अंतिम चरण में वोट डाले जाएंगे। वहीं बीजेपी ने एक बार फिर से सीटिंग सांसद रवि किशन को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से सपा ने काजल निषाद को लोकसभा का प्रत्याशी बनाया है।
लोकसभा चुनाव का शंखनाथ हो चुका है इसी के साथ राजनीतिक उठापटक और सरगर्मी भी तेज हो गई है। कुछ लोग भाजपा के साथ जा रहे हैं तो कुछ राजनेता दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं। बता दें कि प्रयागराज में अब तक भाजपा ने फूलपुर और इलाहाबाद संसदीय सीट से उम्मीदवार का नाम नहीं घोषित किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होने के बाद चुनावी महासमर तेज हो गया है। अब तमाम राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करके चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुट चुके हैं। और बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर माथापच्ची चल रही है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की पहली लिस्ट के तहत उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से 51 सीटों पर प्रत्याशियों के
West UP के 4 महत्वपूर्ण सीटों पर टिकटों को लेकर आखिरी फैसला मोदी-शाह के टेबल पर किया जाएगा। ये सीटें हैं मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर और गाजियाबाद। जिनमें से दो सीट मुरादाबाद और सहारनपुर पर साल 2019 के चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
संगम की धरा अपने अंदर समाहित किए हुए है साहित्य का भंडार, संस्कृति का खजाना है ऐसे में इस संगम के वेग से सियासी लोग भी नहीं बचे हैं और यहाँ एक नहीं कुल 7 प्रधानमंत्रियों का संबंध रहा है। जिसमें 3 प्रधानमंत्रियों का यहा जन्म हुआ है तो वहीं 4 पीएम ऐसे भी रहे हों जिन्हे गढ़ने, संवारने और ऊँचे शिखर तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण योगदान और सहायता प्रदान
रामपुर में Cm Yogi Adityanath एक घंटे से ज्यादा वक्त तक रहेंगे। प्रशासन को उनका मिनट टू मिनट कार्यक्रम मिल गया है। सीएम योगी का हेलीकॉप्टर 1 बजकर 25 मिनट पर रामपुर पहुंचेगे। यहां पहुंचकर वह एक हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। साथ ही जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत कार्यरत रहे लगभग 98 हजार संविदाकर्मियों को 30 लाख तक की बीमा राशि की सुविधा देने का निर्देश दिया है। बता दें कि विभाग द्वारा सामूहिक बीमा योजना का लाभ देने के लिए आवश्यक निविदा प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है।
शुक्रवार यानी आज से झांसी में बुंदेलखंड का सबसे बड़े पुस्तक मेले की शुरुआत हो चुकी है। ये आयोजन Bundelkhand University की तरफ से बुंदेलखंड राष्ट्रीय पुस्तक मेला और अखिल भारतीय लेखक शिविर द्वारा 21 मार्च तक चलेगा। वहीं 7 दिनों तक चलने वाले इस पुस्तक मेले में देश के नामी 60 से अधिक प्रकाशक, एक लाख से अधिक पुस्तकों के साथ मेले में आएंगे। इस आयोजन में यदि आप
शिक्षा किसी भी व्यक्ति के लिए अमूल्य धन होती है जिसको प्राप्त करके व्यक्ति बड़े-से-बड़े ऊँचाइयों को छूकर अपने समाज और देश का नाम रोशन कर सकता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से शिक्षा को लेकर एक ऐसी घटना सामने आ रही है जो सीधे उंगली से घी निकालने से कम नहीं है। आप भी जब यहाँ हो रही धांधली को सुनेंगे तो आप भी दंग रह जाएंगे।
लोकसभा 2024 चुनाव के डेट्स जितने पास आते जा रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां भी बड़ती जा रही हैं। ऐसे में बदायू लोकसभा सीट से सपा प्रत्यासी शिवपाल सिंह यादव पहुँच रहे हैं। यहाँ शिवपाल अपने भतीजे और धर्मेंद्र यादव के आवास पर रहकर चुनावी तैयारी देखेंगे। कुल मिलाकर कहा जाए तो सिर के लिए छत चाहिए हो फिर किसी माहौल को रूप देना है सभी कार्य धर्मेंद्र के किले