प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 45 करोड़ के पार पहुंच चुकी है।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 ने ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 45 करोड़ के पार पहुंच चुकी है।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं का ऐतिहासिक समागम देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार ने महाकुंभ में ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बयान दिया है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने महाकुंभ में भगदड़ और सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों की प्रासंगिकता को रेखांकित किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की अंत्योदय की सोच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रही है।
मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी महाकुम्भ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी।
प्रयागराज महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में यातायात बाधित न हो और पार्किंग स्थलों का प्रभावी उपयोग किया जाए।
माघ पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष यातायात प्रबंधन की योजना बनाई है। इस दौरान मेला क्षेत्र और शहर में यातायात प्रतिबंध लागू रहेंगे, जिससे स्नान पर्व सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
प्रयागराज में दिव्य और भव्य महाकुम्भ 2025 का आयोजन पूरे हर्षोल्लास के साथ हो रहा है। देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने के लिए संगम नगरी पहुंच रहे हैं।
महाकुम्भ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, सेवा और समर्पण का महायज्ञ है। यह वास्तव में दो प्रकार के लोगों का होता है, वे जो श्रद्धा के साथ आते हैं, और वे जो सेवा में समर्पित होते हैं।
कौशाम्बी में महाकुंभ के आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम की ओर रवाना हो रहे हैं, जिससे इलाके में भारी भीड़भाड़ देखी जा रही है।
महाकुंभ के दौरान सेक्टर-12 में आयोजित परमधर्मसंसद में हिंदू पहचान, दिनचर्या और संस्कारों पर विशेष चर्चा हुई। इस दौरान ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने हिंदू धर्म की पहचान और उसके महत्व को बनाए रखने पर जोर दिया।
प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ 2025 हर दिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। यह आयोजन अपनी दिव्यता और भव्यता के कारण विश्व स्तर पर एक अनूठी पहचान बना रहा है।