आगरा: नगर निगम के भ्रष्ट ठेकेदार, रवि लवानिया जो कि शांति निकेतन अपार्टमेंट बागफरजाना के निवासी हैं ने आगरा में करोड़ों रुपए की जमीन धोखाधड़ी से अपने नाम पर कर ली है।
लेकिन लालच में वो शायद भूल गया कि उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार है और पुलिस इमानदारी और निष्ठा के साथ काम करती है। अगर बात करें आगरा की तो रवि लवानिया ये भी भूल गया था कि आगरा में एक इमानदार पुलिस कमिश्नर है और उस पुलिस ऑफिसर को खरीदना नामुमकिन है। आगरा में जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर प्रतीन्द्र सिंह दोनों ही बहुत इमानदार छवि के ऑफिसर हैं।
आगरा के डीएम भानुचंद्र गोस्वामी और पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद थाना शाहगंज ने भ्रष्ट और धोखेबाज रवि लवानिया के खिलाफ मुकदमा 420 में पंजीकृत किया गया है और उस पर और उसके साथियों पर धारा- 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
यूपी की बात ने, रवि लवानिया के नगर निगम में भ्रष्टाचारों की खबर को लगातार दिखाता आया है। यूपी की बात की खबर का सज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने इसकी सारी कंपनियों के जांच के आदेश पहले ही कर दिए हैं और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उसकी कंपनी की भुगतान रोक दिया है। सूत्रों की माने तो रवि लवानिया की विचारधारा है कि पैसे से सबकुछ खरीदा जा सकता है।
अब देखना है कि डीएम आगरा और पुलिस कमिश्नर आगरा को खरीद पाते हैं कि नहीं। क्यों ये बात हम जिम्मेदारी के साथ इसलिए बता रहे हैं कि थाना छत्ता में 18 जुलाई वर्ष 2019 में 420 में रवि लवानिया पर एक मुकदमा दर्ज हुआ था और 2019 से लेकर आज तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। धोखेबाज एवं भ्रष्ट रवि लवानिया ने उस एफआईआर को आज तक मैनेज किया हुआ है। अब आने वाला समय बताएगा कि रवि लवानिया और उसके आका उसको इमानदार पुलिस कमिश्नर से बचा पाते हैं या नहीं।
आगरा से सैय्यद शकील की रिपोर्ट