लगातार बारिश के चलते सोनभद्र जनपद स्थित प्रदेश का सबसे बड़ा रिहंद बांध खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। सोमवार देर रात जलस्तर 869 फीट पार कर गया, जिसके बाद बांध के पांच फाटक खोलकर पानी डिस्चार्ज किया गया। हालांकि, सोमवार की दोपहर से इनफ्लो कम होने पर दो फाटक बंद कर दिए गए और मंगलवार तड़के तीसरा फाटक भी बंद कर दिया गया। वर्तमान में बांध का जलस्तर 869 फीट पर स्थिर है और केवल दो फाटक खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
बांध के अधिशासी अभियंता राजेश शर्मा के अनुसार, फिलहाल दो फाटक और छह टरबाइन से मिलाकर लगभग 22 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं जल विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता शशिकांत राय ने बताया कि सभी छह टरबाइन चलाकर 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है।
प्रशासन ने बांध से जुड़े निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है और ग्रामीणों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। इस वर्ष तीसरी बार बांध के फाटक खोले गए हैं, जिससे आसपास के गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। अधिकारी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और कहा गया है कि स्थिति नियंत्रण में है।