बलिया जिले के बैरिया तहसील क्षेत्र के शिवकपुर दियर गांव से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां पूर्व सैनिक सुरेश यादव की मां के निधन के बाद शव को श्मशान घाट तक ले जाने के लिए न नाव उपलब्ध थी और न ही प्रशासन की कोई मदद।
परिजनों ने जब शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाना चाहा तो बाढ़ का पानी रास्ते में बाधा बन गया। मजबूरी में परिजनों और ग्रामीणों ने कंधे पर शव उठाया और तेज धारा वाले बाढ़ के पानी को पार किया। जान जोखिम में डालकर शव को शिवपुर घाट तक पहुंचाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया गया।
इस घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसने प्रशासन की लापरवाही और बाढ़ प्रभावित इलाकों की भयावह स्थिति को उजागर कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ जैसी आपदा के समय प्रशासन की ओर से नाव और आपात सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए थीं।