यूपी सरकार भले ही नगर पंचायतों को आदर्श नगर पंचायत बनाने के लिए करोड़ों रुपए दें रही हों लेकिन नगर पंचायतों की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। जिसका नजारा बलिया के बांसडीह नगर पंचायत के वार्ड नं 15 में देखने को मिल रहा है।
यूपी सरकार भले ही नगर पंचायतों को आदर्श नगर पंचायत बनाने के लिए करोड़ों रुपए दें रही हों लेकिन नगर पंचायतों की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है। जिसका नजारा बलिया के बांसडीह नगर पंचायत के वार्ड नं 15 में देखने को मिल रहा है।
एक तरफ केन्द्र सरकार से लेकर यूपी सरकार तक स्वच्छ भारत मिशन को लेकर बड़े बड़े दावे करती है और सरकारी धन को स्वच्छ भारत मिशन में खर्च करती है। लेकिन, स्वच्छ भारत मिशन कहीं-न-कहीं बलिया में पूरी तरह से फ्लॉफ होती नजर आ रही है।
बलिया जिले के एक ग्राम प्रधान पर ग्रामीणों ने मनमानी का आरोप लगाया है। जहां पंदह ब्लॉक के हरिपुर गांव का ग्राम प्रधान प्राथमिक विद्यालय के समीप अन्नपूर्णा योजना के तहत निर्माण कार्य कर रहा है। जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं।
विकास परियोजनाओं के निर्माण से स्थानीय लोगों को कोई असुविधा न हो इसके लिए पहले से तैयारी की जाती है। लेकिन बलिया के अड़रा-पाण्डेय में निर्माण हो रहे एक्सप्रेस-वे निर्माण में ग्रामीणों के आवागमन को ध्यान में नहीं रखा गया।
एक तरफ यूपी सरकार सड़को को लेकर बड़े बड़े दावे कर रही है और गड्ढा मुक्त सड़को को लेकर फरमान जारी कर रही है। तो वहीं लेकिन सरकार के फरमान को अधिकारी मानने को तैयार नहीं हैं।
आज बलिया जिले का स्थापना दिवस है। इस दौरान 28 अक्टूबर से एक नवंबर तक बलिया में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने रविवार को पीडब्ल्यूडी के निरीक्षण भवन में प्रेसवार्ता की।
एक तरफ उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए फरमान जारी कर रही है। ताकि जल्द से जल्द यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्त हो लेकिन बेलगाम अधिकारी सरकार के निर्देश को भी ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में अभी हालात जस के तस हैं। बात करें बलिया जिले की तो यहां सदर तहसील क्षेत्र के शिवपुर दियर नंबरी में गंगा नदी का पानी गांवों में घुसने से चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ से लोग अपना जीवन बचाने के लिए जद्दोहजहद कर रहे हैं। सरकार बाढ़ पाड़ितों को राहत सामग्री भेज रही है। लेकिन कुछ जिम्मेदार बाढ़ राहत सामग्री पर ही डाका डाल रहे हैं।
बलिया में गंगा और घाघरा नदी उफान पर होने के साथ ही ये दोनों नदियों का जलस्तर खतरा बिंदु के ऊपर है। वहीं दोनों नदियों के उफान पर होने के कारण तटवर्टी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें काफी बड़ गई है।
उत्तर प्रदेश के बलिया के बांसडीह तहसील क्षेत्र के टिकुलिया भोजपुरवा गांव में घाघरा नदी के कटान को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मूड पर है।जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितो को हर संभव मदद का आश्वासन दें रही है। वही टिकुलिया भोजपुरवा के लेखापाल ने बताया की अबतक 6 लोगों का मकान कट कर घाघरा नदी में विलीन हो गए हैं। और जो सामने मकान दिख रहा है वो आज शाम तक
Balia News: 18वें आम चुनाव के तहत कल आखिरी यानी सातवें चरण का चुनाव है। जिसके लिए बलिया जिलाधिकारी कार्यालय पर चुनाव से संबंधित सामग्री का वितरण प्रारंभ हो गया है। जहां से चुनाव सामग्री वितरण किया जा रहा है।
Ballia LS Election 2024: भारत देश में आम चुनाव 2024 को लेकर चुनावी हलचल बरकरार है। पक्ष हो या विपक्ष अभी जीत की दौड़ में दौड़ते हुए नज़र आ रहे हैं। इस आमचुनाव में जीत किसकी होगी ये फिलहाल अभी कह पाना मुश्किल है। लेकिन सभी पार्टियाँ जुमलेबाज़ियों के तीर और कटाक्ष करके, वोटरों को अपने पार्टी के मत में वोट करने की फिराक में रहते हैं।
बलिया का जिक्र करने से पहले यह जानना जरूरी है कि भारत के नक्शे पर यह कहां स्थित है। राजनीतिक और प्रशासनिक तौर पर बलिया उत्तर प्रदेश का हिस्सा है और पूर्वी इलाके में बिहार की सीमा स्थित है। बलिया जिले को दो बड़ी नदियां गंगा और घाघरा अपने जल से सींचती हैं। या यूं कहें तो भौगोलिक तौर देखा जाए तो यह स्थान खेती के लिए उपयुक्त रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में बने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया से जोड़ने के लिए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना सरकार ने बनाई है। इसके लिए टेंडर और भूमि खरीदने से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया जा चुका है। आपको बता दें कि स्थानीय लोग लगातार ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर के जरिए बलिया में कट देने की मांग कर रहे थे। जिसे देखते हुए परिवहन विभाग ने केंद्रीय मंत्री