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सुल्तानपुर में धंसी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सड़क, कार्यदायी संस्था पन्नी ढक कर छिपा रही मामला

यूपी के हर कोने में मानसूनी बारिश हो रही है। जिससे लोगों को कई पैमानों पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं बाढ़ की समस्या है तो कहीं रोड धंसने का मामला सामने आ रहा है।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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सुल्तानपुर में धंसी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की सड़क, कार्यदायी संस्था पन्नी ढक कर छिपा रही मामला

सीएम योगी आदित्यनाथ हर जिले को एक दूसरे से कनेक्ट कर रहे हैं। जिससे कि आसानी से एक जिले से दूसरे जिले में जाया जा सके। इसके लिए उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग रोड का जाल बिछा रही है। इसी कड़ी का हिस्सा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे भी है। यह एक्सप्रेस वे यूपी के नौ जिलों से होकर जाता है। जिसकी शुरुआत राजधानी लखनऊ से होती है और गाजीपुर में समाप्त होती है। यह सरकार के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में से एक है। एक तरह जहां सीएम योगी हर काम की सफलता को क्वालिटी और जनता के फीडबैक से आंकते हैं, तो वहीं अधिकारियों और ठेकेदारों की लापरवाही का भी मामला सामने आ जाता है। जिससे सरकार के काम पर सवाल खड़ा हो जाता है।

इस वक्त यूपी के हर कोने में मानसूनी बारिश हो रही है। जिससे लोगों को कई पैमानों पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहीं बाढ़ की समस्या है तो कहीं रोड धंसने का मामला सामने आ रहा है। अभी हाल ही में बारिश की वजह से आजमगढ़ जिले के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के धंसने का मामला सामने आया था। जिससे आवागमन बाधित हो गया था। अब एक बार फिर इस एक्सप्रेस वे के धंसने का मामला सामने आया है। इस बार सुल्तानपुर जिले में माइल स्टोन 76 के पास सड़क धंसने का मामला सामने आया है। इस बात की जानकारी जब कार्यदायी संस्था को हुई तो मामले को छिपाने के लिए पन्नी से ढंक दिया।

योगी सरकार विकास कार्यों के लिए आंख मूंदकर बजट पास कर रही है। वहीं, अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत से काम की क्वालिटी पर असर पड़ रहा है। अब जब सड़क धंसने की घटना सामने आई है तो उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज़ औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के इंजीनियरों की ओर से नकारा जा रहा है। जबकि अधिशाषी अभियंता डीके सिंह का कहना है कि सड़क धंसने की जानकारी नहीं मिली है। अगर सड़क धंसी है तो उसे कंपनी ठीक करवाएगी। इस मामले से इंजीनियर और अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं। अब देखना है कि कब तक इसको रिपेयर किया जाता है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने साल 2018 में पीएम मोदी के हाथों पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास कराया। तीन साल बाद 16 नवंबर 2021 को पीएम मोदी इस एक्सप्रेस वे का उद्घायन किया। सीएम योगी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को पूर्वी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। आपको बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे सीएम योगी के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूरी की गई, जो सबसे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजना में से एक है।

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को तकरीबन 22,496 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया। यह एक्सप्रेस वे न केवल राज्य के कई केंद्रीय जिलों को पूर्वी जिलों से जोड़ता है, बल्कि इन जिलों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर जाने वाले सीधे सड़क संपर्क नेटवर्क में भी लाता है। इस एक्सप्रेसवे में, सात पुलों और 22 फ्लाईओवर के साथ, एक हवाई पट्टी भी है जो जहाज़ों की इमरजेंसी लैंडिंग में भी काम आएगा। ऐसे में अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भगत से सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। इस साल की पहली बारिश में अगर ऐसे हो रहा है तो आगे क्या होगा। यूपीडा को संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द रिपेयर का काम कराना चाहिए।

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