गोरखपुर, जो अपनी विकासात्मक उपलब्धियों पर गर्व कर रहा है, आगामी 30 जून और 1 जुलाई को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के दो दिवसीय दौरे की तैयारी में है। यह गोरखपुर में सात साल के अंदर चौथी बार होगा जब कोई राष्ट्रपति यहां आएगा। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है, जिन्होंने अपने आठ साल के कार्यकाल में गोरखपुर को दो राष्ट्रपतियों के चार दौरे दिलवाए हैं।
राष्ट्रपति के चारों दौरों में सबसे पहले तीन बार पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखपुर का दौरा किया था। वे 10 दिसंबर 2018 को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक समारोह में, 28 अगस्त 2021 को आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में तथा 4 जून 2022 को गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में उपस्थित हुए थे। अब द्रोपदी मुर्मु के प्रथम गोरखपुर आगमन के साथ इस जिले का इतिहास और भी गौरवशाली हो जाएगा।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु का पहला कार्यक्रम 30 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में शामिल होना है। यहां वे विद्यार्थियों को मेडल प्रदान करते हुए मार्गदर्शक आशीर्वचन देंगी। इसके बाद वे सर्किट हाउस में विश्राम करेंगी।
दूसरे दिन, 1 जुलाई को वे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के भटहट स्थित पिपरी परिसर में इसके लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता करेंगी। इसके अलावा, दिन के दूसरे सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुलाधिपतित्व वाले महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नई सुविधाओं जैसे ऑडिटोरियम, अकादमिक भवन, पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण और गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी।
अपने दौरे के अंतिम चरण में, राष्ट्रपति महायोगी गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन करेंगी, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी यह यात्रा महत्वपूर्ण हो जाएगी।
यह दौरा न केवल गोरखपुर के लिए एक गर्व का पल है, बल्कि इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व और समर्पित प्रयासों का परिणाम भी माना जा रहा है। उन्होंने जिले को राष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है।
दो विश्वविद्यालयों में चार साल के अंदर दूसरी बार राष्ट्रपति के कार्यक्रम लगना भी इस क्षेत्र की प्रगति को दर्शाता है। एम्स का प्रथम दीक्षांत समारोह और आयुष विश्वविद्यालय का लोकार्पण गोरखपुर को एक शिक्षा और स्वास्थ्य केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन और सुविधाओं का लोकार्पण जिले की शैक्षिक उपलब्धियों को और मजबूत करेगा।
गोरखपुर की यह उपलब्धि राज्य और देश के लिए भी प्रेरणादायक है। यहां लगातार विकास की कहानी लिखी जा रही है, जो स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के साथ-साथ क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहित कर रही है।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु का यह दौरा केवल औपचारिक कार्यक्रमों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक आयामों को राष्ट्रीय मंच पर उजागर करेगा। यह दौरा गोरखपुर की पहचान को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा और आने वाले वर्षों में विकास की नई योजनाओं को गति देगा।