भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले में स्थित एक शहर और नगर पालिका है। रामपुर मुरादाबाद एवं बरेली के बीच पड़ता है। ये नगर उपर्युक्त ज़िले का प्रशासनिक केंद्र है तथा कोसी के बाएँ किनारे पर बसा हुआ है। इस नगर में उत्तरी रेलवे का स्टेशन भी है।
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले में स्थित एक शहर और नगर पालिका है। रामपुर मुरादाबाद एवं बरेली के बीच पड़ता है। ये नगर उपर्युक्त ज़िले का प्रशासनिक केंद्र है तथा कोसी के बाएँ किनारे पर बसा हुआ है। इस नगर में उत्तरी रेलवे का स्टेशन भी है।
भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य में मुरादाबाद ज़िला आता है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है। मुरादाबाद जिला रामगंगा नदी के किनारे स्थित है और यहां की जलवायु सम व विषम दोनों ही हैं तथा यहां एक नगर पंचायत कांठ भी है। वहीं तहसील व कांठ थाना उत्तर प्रदेश में नंबर एक की श्रेणी में प्रथम नंबर पर आता है।
नगीना संसदीय सीट, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बिजनौर ज़िले में स्थित एक नगर है। ब्रिटिश शासनकाल में “नगीना ” लखनहाई मुस्लिम से संबंधित नवाबों के स्वामित्व वाला एक नगर था। ब्रिटिश शासन में “नगीना ” का 1909 से 1919 तक यूपी विधायी परिषद को पुरानी और युवा दल द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया था।
बिजनौर संसदीय सीट, उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। डिस्ट्रिक्ट गजेटियर के अनुसार बिजनौर मुरादाबाद का हिस्सा था। फिर 1817 में यह मुरादाबाद से अलग हो कर दिया गया, नाम मिला नार्थ प्रोविस ऑफ मुरादाबाद जिसका मुख्यालय बना नगीना और इसके पहले कलक्टर बने थे बोसाकवेट। फिर उन्होंने अपना कार्यभार एनजे हैलहेड को सौंप दिया। इसके बाद हैलहेड ने नगीना से हटाकर बिजनौर को मुख्यालय बना
कैराना संसदीय सीट की बात करें तो ये उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में से एक है। ये मुजफ़्फ़रनगर से करीब 50 किमी, पश्चिम में हरियाणा पानीपत से सटा यमुना नदी के पास बसा है। कैराना को प्राचीन काल में ‘कर्णपुरी’ के नाम से जाना जाता था जो बाद में बिगड़कर किराना नाम से जाना जाने लगा और फिर किराना से कैराना में परिवर्तित हो गया। आपको बता
सहारनपुर संसदीय सीट भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक नगर है। यह उस ज़िले का मुख्यालय भी है। यहाँ पर प्रदेश के सबसे ज्यादा प्रभावशली व्यक्ति चन्द्रशेखर रावण निवास करते हैं। वहीं जिले की भौगोलिक विशेषताओं ने भी यह साबित कर दिया कि सहारनपुर क्षेत्र मानव आवास के लिए उपयुक्त था। बता दें कि जिले के विभिन्न हिस्सों में खुदाई की जाती थी, अर्थात् अंबेखेरी, बड़गांव, हुलास और
घोसी संसदीय सीट उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ ज़िले में स्थित है और यहां से एक-एक नगर एवं लोकसभा का प्रतिनिधि को चुना जाता है। यह संसदीय सीट मऊ से लगभग 20 किलोमीटर उत्तर में बसा हुआ है।
गोरखपुर जिले के अंदर आने वाली यह संसदीय सीट बांसगांव लोकसभा सीट है और देश की सुरक्षित सीटों में से एक मानी जाती है। इस सीट से महावीर प्रसाद चार बार जीत चुके हैं, जो एक समय प्रदेश के बड़े दलित नेताओं में एक थे और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे हैं। आपको बता दें कि 1962 से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस छह बार
लालगंज (सुरक्षित) सीट भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रायबरेली ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। यहां से राष्ट्रीय राजमार्ग 31 गुज़रता है और वहीं पूरे ज़िले का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन भी यहीं स्थित है। प्रशासनिक रूप से यह ज़िला तहसील का दर्जा रखता है और वर्तमान समय में यहां विकास कार्य तेजी से होते हुए दिख रहा है।
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में आज़मगढ़ एक जिला है। आज़मगढ़ ज़िले का मुख्यालय भी है और तमसा नदी (टोंस नदी) के तट पर स्थित है। इस सीट पर यादव बाहुल्य वोटर ज्यादा हैं। यहां से मुगल शासन काल के दौरान कुछ राजपूतों ने धर्म परिवर्तन बेशक कर लिया था,पर बाकी लोग अपने धर्म पर अडिग रहे और मुगलों से डटकर मुकाबला किया था।
आर्थिक रूप से सलेमपुर संसदीय सीट राज्य के पिछड़े क्षेत्रों में गिना जाता है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार सलेमपुर तहसील की आबादी करीब 6 लाख (6,04,483) है जिसमें 3 लाख पुरुष (49%) हैं और 3.1 लाख (51%) महिलाएं हैं और यहां की 80 फीसदी आबादी सामान्य वर्ग से आती है, जबकि 16% लोग अनुसूचित जाति के लोगों की है, जबकि 4 फीसदी आबादी अनुसूचित जनजाति की है।
बलिया का जिक्र करने से पहले यह जानना जरूरी है कि भारत के नक्शे पर यह कहां स्थित है। राजनीतिक और प्रशासनिक तौर पर बलिया उत्तर प्रदेश का हिस्सा है और पूर्वी इलाके में बिहार की सीमा स्थित है। बलिया जिले को दो बड़ी नदियां गंगा और घाघरा अपने जल से सींचती हैं। या यूं कहें तो भौगोलिक तौर देखा जाए तो यह स्थान खेती के लिए उपयुक्त रहा है।
मछलीशहर उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख नगर और व्यापारिक स्थान है। ये पूर्वी उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में स्थित है और मछलीशहर को तहसील का दर्जा प्राप्त है। यहीं से नेशनल हाइवे 31 होकर गुजरता है जो पश्चिमी तरफ प्रतापगढ़ रायबरेली और लखनऊ को मछलीशहर से जोड़ता है तो पूर्वी तरफ जौनपुर और बनारस से मछलीशहर को जोड़ता है। मछलीशहर सुरक्षित लोकसभा सीट है जिसके तहत पांच विधानसभा
गाज़ीपुर शब्द का जिक्र इतिहास के पन्नों में नहीं हैं पर कुछ इतिहासकार ऐसा मानते हैं कि राजा गढ़ी महारसी जमदग्नी के पिता थे। उस समय यह जगह को जंगलों से ढकी हुई थी जिसमें कई आश्रम थे जैसे कि यमदग्नी (परशुराम के पिता) आश्रम, पारसूम आश्रम, मदन वैन आदि। वहीं महर्षि गौतम का आश्रम यहां से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर था।
महेंद्रनाथ पांडे, जिन्होंने 16 साल के अंतराल के बाद 2014 में भाजपा के लिए जीत हासिल की और 2019 में अपनी जीत का अंतर बढ़ाया, उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह से है, जो अपनी राजनीतिक पारी के लिए जाने जाते हैं।