1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. UP : कांवड़ यात्रा 2025 में महाकुंभ जैसी सुरक्षा: हाईटेक निगरानी से लेस योगी सरकार की सख्त प्लानिंग

UP : कांवड़ यात्रा 2025 में महाकुंभ जैसी सुरक्षा: हाईटेक निगरानी से लेस योगी सरकार की सख्त प्लानिंग

UP : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कांवड़ यात्रा 2025 के लिए महाकुंभ जैसी हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था की गई है।यात्रा मार्गों और शिव मंदिरों की 24x7 निगरानी के लिए 29,454 CCTV कैमरे, 395 हाइटेक ड्रोन, एटीएस, RAF और QRT की टीमें तैनात की गई हैं।मार्डन कंट्रोल रूम, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल और QR कोड जैसी व्यवस्थाओं के जरिए सुरक्षा और व्यवस्था को पूरी तरह सुदृढ़ किया गया है।

By: Desk Team  RNI News Network
Updated:
UP : कांवड़ यात्रा 2025 में महाकुंभ जैसी सुरक्षा: हाईटेक निगरानी से लेस योगी सरकार की सख्त प्लानिंग

उत्तर प्रदेश में इस बार की कांवड़ यात्रा केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि सुरक्षा और तकनीक के नए मानक स्थापित करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा 2025 को महाकुंभ स्तर की सुरक्षा व्यवस्था के तहत संपन्न कराने की योजना तैयार की है। यात्रा मार्गों से लेकर शिव मंदिरों तक, हर बिंदु पर चौकस निगरानी रखी जा रही है।

सुरक्षा के मामले में इस बार कांवड़ यात्रा हाईटेक तकनीक से लैस होगी। योगी सरकार की इस सतर्क योजना में एंटी ड्रोन सिस्टम, टीथर्ड ड्रोन, हाइटेक कंट्रोल रूम, और रियल टाइम मॉनिटरिंग जैसे कई उपाय शामिल हैं, जिससे हर गतिविधि पर 24×7 नजर रखी जा सके।

राज्य के गृह विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त पहल पर कांवड़ यात्रा मार्ग और प्रमुख शिव मंदिरों पर सुरक्षा घेरा अभेद्य बना दिया गया है। कुल 29,454 सीसीटीवी कैमरे विभिन्न स्थानों पर लगाए गए हैं, जबकि 395 हाइटेक ड्रोन आसमान से निगरानी का कार्य संभाल रहे हैं। इन ड्रोनों में से कई टीथर्ड ड्रोन हैं जो एक स्थान पर स्थिर रहकर लंबी अवधि तक निगरानी कर सकते हैं। यह तकनीक भीड़भाड़ वाले स्थलों पर बेहद प्रभावी मानी जा रही है।

ग्राउंड लेवल पर सुरक्षा के लिए एटीएस, आरएएफ, क्यूआरटी जैसी विशेष टीमें तैनात हैं। कुल 587 राजपत्रित अधिकारी, 13,520 सब-इंस्पेक्टर और 39,965 आरक्षी पूरे यात्रा मार्ग और प्रमुख तीर्थ स्थलों पर सुरक्षा संभाल रहे हैं। हर पुलिस अधिकारी का नाम, पद और कार्यक्षेत्र QR कोड स्कैन के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।

यात्रा मार्ग की निगरानी के लिए मार्डन कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहां से रियल टाइम वीडियो फीड और डेटा के जरिए स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम सीधे शासन स्तर से जुड़ा है और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सकती है।

सोशल मीडिया पर अफवाहों पर लगाम कसने के लिए विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल भी बनाई गई है, जो हर प्लेटफ़ॉर्म पर संदिग्ध या भ्रामक पोस्ट्स पर नजर रखेगी। अफवाह फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह यात्रा पूरी तरह शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो। श्रद्धालुओं को कहीं भी किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय से दुरुस्त कर ली जाएं।इस बार की कांवड़ यात्रा आस्था के साथ-साथ तकनीक और प्रशासनिक चुस्ती का प्रतीक बनकर उभर रही है। योगी सरकार का प्रयास है कि यह आयोजन एक मॉडल बने, जो भविष्य के धार्मिक आयोजनों की आधारशिला रखे।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...