उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से राजभवन में लोक निर्माण विभाग तथा विद्युत विभाग द्वारा निर्मित सात निर्माण कार्यों का उद्घाटन राज्यपाल ने राजभवन के गांधी सभागार में किया। इनमें पुराने कोयला गोदाम का जीर्णोद्धार कर ओपन मोटर गैराज का निर्माण, पुराने डी.जी. सेट के स्थान पर अत्याधुनिक 400 केवीए क्षमता के दो नए जनरेटर की स्थापना, ऊर्जा संरक्षण की दृष्टि से 400 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट की स्थापना, राजभवन परिसर में अग्निशमन प्रणाली का उच्चीकरण, गांधी सभागार में आधुनिक चिलर टाइप वातानुकूलन संयंत्र की स्थापना, मुख्य भवन के पुराने किचन को नवीनतम तकनीक से सुसज्जित कमर्शियल किचन में परिवर्तित करना तथा मुख्य भवन, सचिवालय और कर्मयोगी भवन की छतों पर चाइना मोजैक कार्य शामिल हैं। इन कार्यों से राजभवन परिसर न केवल और अधिक सुंदर एवं सुसज्जित हुआ है, बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी सुदृढ़ एवं पर्यावरण अनुकूल बन गया है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि बहुत ही सुंदर निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि के भीतर पूरे किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी भवन की नींव (फाउंडेशन) मजबूत होने पर ही वह लंबे समय तक टिकाऊ बनता है। इसलिए निर्माण कार्यों में उत्तम गुणवत्ता के पदार्थों का उपयोग किया जाना चाहिए। राज्यपाल जी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग ने समय और लागत का ध्यान रखते हुए टिकाऊ निर्माण कार्य किए हैं, यह अनुकरणीय है। जब हम कोई अच्छा कार्य करते हैं और वह सफलतापूर्वक संपन्न होता है तो उससे संतोष की अनुभूति होती है।
कार्यक्रम में मौजूद इंजीनियरों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि किसी भी भवन के निर्माण से पूर्व उसकी डिजाइन पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। भवन की उपयोगिता के अनुसार ही उसकी रूपरेखा तैयार की जानी चाहिए। उदाहरण स्वरूप, यदि आंगनबाड़ी के लिए भवन बनाया जा रहा है तो उसकी डिजाइन छोटे बच्चों के अनुरूप होनी चाहिए, ताकि उस भवन का वास्तविक लाभ मिल सके। नवयुगीन आवश्यकताओं के अनुसार ही भवनों के डिजाइन बनाए जाने चाहिए। डिजाइन बनाते समय दीर्घकालिक उपयोग को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए, साथ ही बचत पर जोर देना चाहिए और फिजूलखर्ची से बचना चाहिए।
राज्यपाल ने खुले और हवा में लटकते विद्युत तारों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन्हें अब अंडरग्राउंड करना चाहिए, ताकि लंबे समय तक सुरक्षित उपयोग हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि असामान्य परिस्थितियों में भी टिकाऊ और उपयोगी निर्माण की आदत विकसित करनी चाहिए। राज्यपाल जी ने निर्देश दिया कि राजभवन में हुए सभी निर्माण कार्यों के डिजाइन सुरक्षित रखे जाएँ, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार के विस्तार या नए कार्य की आवश्यकता होने पर समय की बचत हो और कार्य सुचारू रूप से पूरा हो सके।
अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक निर्माण विभाग और विद्युत विभाग द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में ही ये कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं। उन्होंने बताया कि वित्त पोषण, तकनीकी और प्रशासनिक स्वीकृतियों पर गहन विचार-विमर्श के बाद समयबद्ध ढंग से निर्माण कार्य पूरे किए गए। नियमित रूप से निरीक्षण, पर्यवेक्षण और बैठकों के माध्यम से कार्य की प्रगति पर नजर रखी गई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगे भी इसी दक्षता और समर्पण के साथ कार्य संपन्न किए जाते रहेंगे, जिससे सभी को लाभ प्राप्त होगा।