झांसी के खनन माफिया यहां के ग्रामीणों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। आलम यह है कि अवैध खनन और ब्लास्टिंग के चलते गरौठा तहसील के एक दर्जन से ज्यादा गांव के लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं। ब्लास्टिंग करने वाले कारोबारी अधिक मात्रा में विस्फोटक सामग्री का उपयोग कर जिला प्रशासन और खनन विभाग के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। खुलेआम हो रही इस अवैध ब्लास्टिंग के पत्थरों से बेजुबान जानवर तो मर ही रहे हैं साथ ही गांव के लोग घायल हो रहे हैं।
ये मामला जिले के तहसील गरौठा के अंतर्गत आने वाले नुनार,चौकरी, खेरो,सिर्वो, हैवतपुरा, चंद्रपुरा, हबूपुरा सहित एक दर्जन गांवों का है। जहां पर अनेकों क्रेशर स्थित हैं और वहां मौजूद खदानों एवं पहाड़ियों में अधिक मात्रा में विस्फोटक सामग्री का उपयोग कर पत्थर तोड़े जाते हैं। जिसका दुष्प्रभाव आसपास के गांव मे रहने वाले ग्रमीणों पर सीधा सीधा पड़ रहा है। गांव के लोगों का आरोप है कि यहां कुछ क्रेशर वाले खनिज विभाग अधिकारियों का संरक्षण मिला है। जिससे खदान का पट्टा पास हो जाता है और दिन रात अवैध खनन कर रहे हैं।
हाल ही में यहां के दबंग क्रेशर हरिलीला स्टोन की शिकायत लेकर कुछ महिला और पुरुष विगत तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की शरण में पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी रक्षा की गुहार लगाई थी। शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने लिखा था कि हरीलीला स्टोन क्रेशर के मालिक द्वारा निर्धारित मात्रा से अधिक मात्रा में विस्फोटक सामग्री का उपयोग किए जाने का जिक्र किया था।
अपने पत्र में उन्होंने आरोप लगाया था कि विस्फोट के दौरान बड़े-बड़े पत्थर उछलकर घरों के ऊपर गिरते हैं, जिन से कई बार लोग चोटिल भी हो जाते हैं। विस्फोट इतना भयानक होता है कि आसपास बने सभी मकान हिल जाते हैं। विस्फोटक सामग्री से आसपास के पशु ,पक्षी भी शिकार हो जाते हैं। उन्होंने पत्र के माध्यम से डीएम को अवगत कराया कि कुछ दिन पहले हरीलीला क्रेशर द्वारा किए गए विस्फोट से घबराकर गाय गहरे गड्ढे में गिर गई थी। जिसे 112 पुलिस द्वारा जाकर निकाला गया था।
इसके साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा कि कुछ महीने पहले खदान में होने वाले विस्फोट से मंदिर की छत भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। वहां कन्या भोज चल रहा था विस्फोट की वजह से भगदड़ मच गई थी। लोगों ने शासन-प्रशासन से अनुरोध करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा तय की गई उचित मात्रा में विस्फोटक सामग्री का उपयोग किया जाए। जिससे उनकी जान माल की सुरक्षा बनी रहे। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि कुछ दिन पहले पूर्व उप-जिलाधिकारी गरौठा ने डस्ट की रॉयल्टी पर गिट्टी भरे हुए एक डंपर को पकड़ कर कार्रवाई थी।
झांसी से संवाददाता आरएन शर्मा की रिपोर्ट।