उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS) के स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने 298 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। सीएम योगी ने संस्थान को समय के साथ आगे बढ़ने और जनहित में निर्णय लेने का एक बेहतरीन उदाहरण बताया।
जीवन की तीन स्थितियां: प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे जीवन की तीन अवस्थाएं होती हैं – प्रवृत्ति, विकृति और संस्कृति। स्थिति का जस का तस रहना प्रवृत्ति है, लगातार गिरावट आना विकृति है और अगर कोई व्यक्ति अथवा संस्थान जनहित और राष्ट्रहित में निर्णय लेता है, तो वह संस्कृति कहलाती है। उन्होंने कहा कि आरएमएलआईएमएस इसका सर्वोत्तम उदाहरण है, जिसने 19 वर्षों में 20 बेड से बढ़कर 1,375 बेड का विस्तार किया है।
समय की गति से दो कदम आगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और व्यक्ति की गति काल की गति के अनुरूप होनी चाहिए। यदि कोई समाज या संस्थान समय की गति को पहचान नहीं पाता है, तो वह स्वयं पिछड़ जाता है। उन्होंने जोर दिया कि हमें काल की गति से दो कदम आगे चलना होगा, तभी हम प्रगति कर पाएंगे। उन्होंने आगाह किया कि यदि हमारी वजह से किसी संस्थान को नुकसान होता है, तो आने वाली पीढ़ियां हमें कभी माफ नहीं करेंगी।
कोरोना महामारी में नया मॉडल
योगी आदित्यनाथ ने याद दिलाया कि कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में उत्तर प्रदेश में जांच और उपचार की सुविधाएं बेहद सीमित थीं। राज्य के 36 जिलों में एक भी आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं था। इसके बावजूद प्रदेश ने वर्चुअल आईसीयू मॉडल अपनाकर एसजीपीजीआई, केजीएमयू और आरएमएल के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से 75 जिलों में बेहतर इलाज उपलब्ध कराया। प्रशिक्षित मैनपावर और टेक्नोलॉजी के उपयोग से उत्तर प्रदेश ने दुनिया के सामने महामारी से लड़ने का सफल मॉडल प्रस्तुत किया।
इंसेफेलाइटिस पर काबू
सीएम ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफेलाइटिस से पिछले दशकों में 50,000 से अधिक बच्चों की मौतें हुई थीं। लेकिन टीमवर्क और जागरूकता अभियान के जरिए इस बीमारी पर पूरी तरह नियंत्रण पाया गया है। उन्होंने कहा कि आज वहां भय का माहौल खत्म हो चुका है और उत्साह का वातावरण बना है।
नई स्वास्थ्य सुविधाओं का शुभारंभ
इस अवसर पर सीएम योगी ने संस्थान में 50 करोड़ की गामा नाइफ मशीन और प्रदेश के पहले एडवांस्ड न्यूरो साइंसेज सेंटर का उद्घाटन किया। इसके माध्यम से ब्रेन ट्यूमर और अन्य मस्तिष्क संबंधी बीमारियों का उन्नत इलाज अब प्रदेश में ही उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मेडिकल डिवाइस और फार्मा पार्क के विकास की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
समारोह में प्रमुख हस्तियां
स्थापना दिवस समारोह में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वरन शरण सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह, डीन प्रो. प्रद्युम्न सिंह और सीएमएस विक्रम सिंह सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।