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Lucknow : सीएम योगी ने यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस का किया उद्घाटन

Lucknow : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस के तीसरे स्थापना दिवस पर अंतरराष्ट्रीय समिट का उद्घाटन किया।समिट में साइबर युद्ध, फॉरेंसिक विज्ञान और रणनीतिक प्रतिकार पर चर्चा हुई और एडवांस्ड डीएनए लैब, एआई, ड्रोन-रोबोटिक्स लैब व अटल पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया।मुख्यमंत्री ने 75 मोबाइल फॉरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा कि नई तकनीकें पुलिस और जनता को अपराध व साइबर चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएंगी।

By: Desk Team  RNI News Network
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Lucknow : सीएम योगी ने यूपी इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस का किया उद्घाटन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस के तीसरे स्थापना दिवस और तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय समिट का उद्घाटन किया। समिट का विषय था ‘साइबर युद्ध के आयाम, बहुपक्षीय कानूनी ढांचा, फॉरेंसिक और रणनीतिक प्रतिकार’। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान पुलिस और भविष्य की पीढ़ी को नई तकनीक और आधुनिक कोर्सेज से जोड़ रहा है, जो आज की आवश्यकता और भविष्य के विकसित भारत की आधारशिला है। उन्होंने छात्रों को टैबलेट वितरित किए और संस्थान में एडवांस्ड डीएनए डायग्नोस्टिक सेंटर, एआई, ड्रोन और रोबोटिक्स लैब ‘तरकश’ तथा अटल पुस्तकालय का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री ने 75 मोबाइल फॉरेंसिक वैन (एमएफवी) का भी फ्लैग ऑफ किया, जिससे प्रत्येक जनपद में फॉरेंसिक सेवा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में केवल चार फॉरेंसिक लैब थीं और अपराधियों को सजा दिलाने में वर्षों लग जाते थे। वर्तमान में 12 लैब्स पूरी तरह से तैयार हैं और 6 निर्माणाधीन हैं। जुलाई 2024 से लागू तीन नए कानूनों के तहत सात वर्ष से अधिक की सजा वाले अपराधों में फॉरेंसिक साक्ष्य अनिवार्य होंगे।

मुख्यमंत्री ने साइबर सुरक्षा और तकनीकी विकास पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि पहले प्रदेश में केवल गौतमबुद्धनगर में एक साइबर थाना था, अब सभी 1,587 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं और मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण दे रहे हैं। साइबर मुख्यालय की स्थापना की दिशा में भी कार्य जारी है।

योगी आदित्यनाथ ने भारतीय संस्कृति और ज्ञान मंथन की परंपरा का हवाला देते हुए कहा कि जैसा वैदिक काल में मंथन हुआ, आज भी यही सोच फॉरेंसिक और साइबर विज्ञान में लागू हो रही है। उन्होंने कुम्भ और प्राचीन ज्ञान परंपरा का उदाहरण देते हुए कहा कि मंथन से नया शोध और समाधान निकलते हैं, जो वर्तमान और भविष्य की पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक बनते हैं।

समिति में एडवांस्ड डीएनए लैब, एआई, ड्रोन और रोबोटिक्स लैब, नैनो और भारी ड्रोन तकनीक, तथा अटल पुस्तकालय का उद्घाटन आधुनिक फॉरेंसिक और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को अग्रणी बनाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पुलिस और जनता को इन संसाधनों से सीधे लाभ मिलेगा, और अपराध एवं साइबर चुनौतियों से निपटने की क्षमता मजबूत होगी। इस प्रकार, स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस आज की आवश्यकताओं और भविष्य की चुनौतियों के लिए एक सशक्त आधार तैयार कर रहा है।

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