मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सरकार कड़ी से कड़ी कार्यवाही के साथ कुचल देगी। पर्व-त्योहारों के अवसर पर कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा अशांति फैलाने के कुत्सित प्रयासों पर कड़ी चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि ‘दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है।’ उपद्रवियों पर ऐसी कार्यवाही हो कि वे दोबारा कभी ऐसी गलती के बारे में सोच भी न सकें। सख्त कार्यवाही के लिए किसी और समय का इंतजार न करें, यही समय है, सही समय है।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आहूत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शासन के वरिष्ठ अधिकारियों, एडीजी, आईजी, मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों सहित जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति दोहराते हुए कहा कि हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हाल के दिनों में जनपद कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह घटनाएं प्रदेश का माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश है, जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। आयोजकों और मास्टरमाइण्ड की पहचान कर उनकी सम्पत्ति तक की जांच हो। इन जुलूसों में शामिल एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए। वीडियो फुटेज खंगालें, सोशल मीडिया मॉनीटरिंग करें और हर एक उपद्रवी पर कार्यवाही करें।
मुख्यमंत्री ने शारदीय नवरात्रि से प्रारम्भ मिशन शक्ति 5.0 की प्रगति पर संतोष जताते हुए गरबा-डांडिया जैसे आयोजनों में बहरूपिये, अराजक तत्वों की घुसपैठ रोकने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने महिला अपराधों में त्वरित कार्यवाही और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए प्रभावी पैरवी पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छेड़खानी, चेन स्नैचिंग, एसिड अटैक जैसी घटनाओं पर न केवल थाने और चौकी की जवाबदेही तय होगी बल्कि पीआरवी की भूमिका भी जांची जाएगी। दशहरे के बाद जोनल एडीजी इसकी थानावार समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
मुख्यमंत्री ने सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती और प्रयागराज आदि जनपदों में ड्रोन के जरिए रेकी व चोरी की अफवाहों पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों की गिरफ्तारी हो और पुलिस लगातार गश्त करे। चौकीदारों की सक्रियता बढ़ाई जाए ताकि गलत सूचनाओं से जनता आतंकित न हो। उन्होंने सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं की रोकथाम के लिए कड़ी मॉनीटरिंग के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष भड़काने की कोशिशों पर भी सख्ती दिखाई और कहा कि शासन के स्पष्ट आदेशों का अक्षरशः पालन कराया जाए। जाति के नाम पर वैमनस्य फैलाने की कोशिशों को पूरी तरह खत्म करना होगा।
मुख्यमंत्री ने पर्व एवं त्योहारों के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिमाएं सुरक्षित सीमा से अधिक ऊंची न हों और नदियों में जलस्तर अधिक होने के कारण विसर्जन स्थल की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। दुर्गा पूजा समितियों से संवाद कर विसर्जन व्यवस्था को सुरक्षित बनाएं और रावण दहन कार्यक्रम सुरक्षा मानकों के अनुरूप सम्पन्न कराएं। गो-तस्करी और बूचड़खानों पर कठोर कार्यवाही के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक औचक निरीक्षण कर सुनिश्चित करें कि बूचड़खाने मानक के अनुरूप ही संचालित हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में आयोजित हो रहे यूपी इण्टरनेशनल ट्रेड शो में भारी भीड़ है और विदेशी खरीदारों की मौजूदगी है, इसलिए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि सप्ताहांत में सम्भावित बड़ी भीड़ को देखते हुए कहीं भी टै्रफिक जाम न हो और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाए। जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर ने बताया कि दूसरे दिन लगभग 49 हजार लोगों ने ट्रेड शो का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि प्रभारी मंत्रियों के साथ-साथ सांसदों, विधायकों और वरिष्ठजन से बने कोर ग्रुप के निर्देशों को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। इनकी बैठकों के विवरण से मुख्यमंत्री कार्यालय को भी अवगत कराया जाए। मुख्यमंत्री ने विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के अभियान को जनान्दोलन बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास के भी निर्देश दिए।