अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और यह अप्रैल 2024 तक पूरा होने की संभावना है। इसके साथ ही, अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) के शुभ अवसर पर 16 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है और यह अप्रैल 2024 तक पूरा होने की संभावना है। इसके साथ ही, अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) के शुभ अवसर पर 16 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में शामिल होने के लिए समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र अयोध्या पहुंचे। उन्होंने जानकारी दी कि इस वर्ष भी रामनवमी के दिन(06/04/2025) ठीक 12:00 बजे सूर्य की किरणें रामलला के मस्तक का अभिषेक करेंगी।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अयोध्या के डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में विश्वविद्यालयों से आगामी 10 वर्षों का विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का आह्वान किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार के खिलाफ विजिलेंस विभाग को गोपनीय जांच करने के आदेश दिए हैं। उन पर अकूत संपत्ति अर्जित करने और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं।
अयोध्या में भक्तों का जनसैलाब लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले डेढ़ महीने से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जो अब तक कम होने का नाम नहीं ले रही।
भव्य श्रीराम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। दूर-दूर से भक्तजन अयोध्या आकर अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं, जिससे स्थानीय व्यवसाय को भी नया जीवन मिला है।
अयोध्या में रामलला के पूर्व मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का आज सरयू तट पर जल समाधि संस्कार किया जाएगा। उनका बुधवार को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया था।
माघ पूर्णिमा के स्नान के बाद प्रयागराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। रामनगरी में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है, जिससे शहर की सड़कों और गलियों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
आचार्य सत्येंद्र दास वर्ष 1993 से श्रीरामलला की सेवा और पूजा कर रहे थे। उनके निधन से राम मंदिर परिसर में शोक की लहर दौड़ गई।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में स्थित मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव 2025 के नतीजों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को एक बड़ी सफलता दिलाई है।
मिल्कीपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) को करारी शिकस्त दी। यह सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई थी, जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद चुनाव की कमान संभाली और आक्रामक रणनीति अपनाई।
मिल्कीपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चंद्रभानु पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया, और अब तक के रुझानों में वे सपा प्रत्याशी से आगे चल रहे हैं। अगर यह बढ़त अंत तक बरकरार रहती है, तो चंद्रभानु पासवान इस सीट पर भाजपा की जीत सुनिश्चित करेंगे।
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के नतीजे रोचक मोड़ पर पहुंच गए हैं। भाजपा इस सीट पर मजबूती से आगे बढ़ रही है। अब तक 30 में से 17 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है, जिसमें भाजपा को 42,886 वोटों की बढ़त मिली है।
अयोध्या, अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के कारण, एक विशेष महत्व रखता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, गुटखा, बीड़ी और शराब के विज्ञापनों पर पहले से ही प्रतिबंध लगा हुआ है।
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर हुए विधानसभा उपचुनाव के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर दी गई टिप्पणी पर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कड़ा प्रहार किया है|