1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. दिन के 12 बजे बाद नगीना में बदला समीकरण ,आखिर चंद्रशेखर के लिए अचानक ऐसा क्या हो गया ?

दिन के 12 बजे बाद नगीना में बदला समीकरण ,आखिर चंद्रशेखर के लिए अचानक ऐसा क्या हो गया ?

नगीना लोकसभा सीट इसलिए भी चर्चाओं में रही क्योंकि यहां से भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद चुनावी मैदान में थे । अब इसी को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। दरअसल, वोटिंग के दौरान अचानक दिन के 12 बजे के बाद चंद्रशेखर आजाद के लिए समीकरण पूरी तरह से बदल गया जब यहां से भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद विपक्षी इंडिया गठबंधन से टिकट नहीं मिलने के बाद सपा और वहीं , सपा से भी निराशा हासिल होने के बाद अपनी पार्टी ही यानी आजाद समाज पार्टी के टिकट पर यहां से चुनावी ताल ठोंकते दिखे।

By: Desk Team  RNI News Network
Updated:
gnews
दिन के 12 बजे बाद नगीना में बदला समीकरण ,आखिर चंद्रशेखर के लिए अचानक ऐसा क्या हो गया ?

Lok Sabha Chunav 2024 Nagina  : लोकसभा चुनावों को लेकर बीते शुक्रवार उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर प्रथम चरण का मतदान हुआ। इन सीटों में नगीना लोकसभा सीट भी शामिल थी. नगीना लोकसभा सीट इसलिए भी चर्चाओं में रही, क्योंकि यहां से भीम आर्मी प्रमुख और आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद विपक्षी इंडिया गठबंधन से टिकट नहीं मिलने के बाद सपा से भी निराशा हो गए और अपनी पार्टी आजाद समाज पार्टी के टिकट पर यहां से चुनाव ताल ठोकते दिख रहे थे वहीं ,अचानक दलितों और मुस्लिमों की लंबी-लंबी कतार मतदान केंद्रों पर लगने लगी जहां सुबह तक तो भाजपा और सपा-बसपा के बीच आर -पार की लड़ाई देखने को मिल रही थी ।

नगीना के उम्मीदवारों के दिलों की  धड़कन बढ़ गई

नगीना लोकसभा सीट, दलित-मुस्लिम बहुल सीट है और इसी वजह से यहां चंद्रशेखर की दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी. । दूसरी तरफ भाजपा और बहुजन समाज पार्टी ने भी यहां से अपना पूरा दम लगाकर चुनाव लड़ा था. आपका बता दें कि नगीना लोकसभा सीट पर 59.17 प्रतिशत मतदान हुआ है. अब इसी वजह से नगीना के उम्मीदवारों के दिनों की धड़कन बढ़ गई. मगर इसी बीच चंद्रशेखर आजाद को राहत देने वाली भी खबर सामने आई है। .

12 बजे के बाद बदल गया चंद्रशेखर के लिए समीकरण ?

दरअसल वोटिंग के दौरान अचानक दिन के 12 बजे के बाद चंद्रशेखर आजाद के लिए समीकरण पूरी तरह से बदल गया. अचानक दलितों और मुस्लिमों की लंबी-लंबी कतार मतदान केंद्रों पर लगने लगी जहां सुबह तक भाजपा और सपा-बसपा के बीच लड़ाई देखने को मिल रही थी. मगर 12 बजे दिन के बाद अचानक नगीना में अचानक अफवाह उड़ी कि दलितों और मुसलमानों का वोट बंट रहा है।

इसके अलावा यह भी अफवाह भी उड़ी कि मुसलमानों का वोट सपा और दलितों का वोट बसपा और चंद्रशेखर के बीच बंट रहा है. दूसरी तरफ भाजपा का वोटर पूरी तरह से भाजपा की तरफ ही जा रहा है. जैसे ही ये अफवाह उड़ी तभी दलित और मुसलमान वोटर्स अलर्ट हो गए. दलितों और मुसलमानों की भीड़ मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में आने लगी। .

और लड़ाई में आ गए चंद्रशेखर

बताया जा रहा है कि ये अफवाह उड़ने के बाद दलितों और मुसलमानों ने एक साथ चंद्रशेखर आजाद को वोट देने शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि दिन के 12 बजे के बाद दलितों और मुसलमानों ने साथ आकर चंद्रशेखर के चुनावी चिन्ह केतली पर जमकर मतदान किया है.।

क्या रही वजह  ?

माना जा रहा है कि इस बार दलित और मुसलमान अपना वोट बंटने नहीं देना चाह रहे थे. इसी वजह से दोनों ने साथ मिलकर दोपहर बाद चंद्रशेखर आजाद को ही वोट करना शुरू कर दिया और चंद्रशेखर हो ही रेल में ले आए. अब देखना ये होगा कि 4 जून को नगीना का चुनावी परिणाम किस करवट बैठेगा.।

12 बजे के बाद बदल गया चंद्रशेखर के लिए समीकरण ?

दरअसल वोटिंग के दौरान अचानक दिन के 12 बजे के बाद चंद्रशेखर आजाद के लिए समीकरण पूरी तरह से बदल गया. अचानक दलितों और मुस्लिमों की लंबी-लंबी कतार मतदान केंद्रों पर लगने लगी. सुबह तक तो भाजपा और सपा-बसपा के बीच लड़ाई देखने को मिल रही थी. मगर 12 बजने के बाद अचानक दलितों और मुसलमानों की भीड़ मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में आने लगी.।

नगीना में अफवाह

दरअसल नगीना में सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा था कि अचानक दिन के 12 बजे अफवाह यह उड़ी कि दलितों व मुसलमानों का वोट बंट रहा है। दूजैसे ही ये अफवाह उड़ी तभी दलित और मुसलमान वोटर्स अलर्ट हो गए ।

और लड़ाई में आ गए चंद्रशेखर

बताया जा रहा है कि ये अफवाह उड़ने के बाद दलितों और मुसलमानों ने एक साथ चंद्रशेखर आजाद को वोट देने शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि दिन के 12 बजे के बाद दलितों और मुसलमानों ने साथ आकर चंद्रशेखर के चुनावी चिन्ह केतली पर जमकर मतदान किया है।

क्या रही वजह ?

माना जा रहा है कि इस बार दलित और मुसलमान अपना वोट बंटने नहीं देना चाह रहे थे. इसी वजह से दोनों ने साथ मिलकर दोपहर बाद चंद्रशेखर आजाद को ही वोट करना शुरू कर दिया और चंद्रशेखर हो ही रेल में ले आए. अब देखना ये होगा कि 4 जून को नगीना का चुनावी परिणाम किस करवट बैठेगा ।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...