मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। सोमवार को उन्होंने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में 105 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग का उद्घाटन किया। यह अत्याधुनिक विंग हृदय रोगियों के इलाज में एक नई क्रांति लेकर आएगा और अब मरीजों को हृदय संबंधी उपचार और सर्जरी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग में कुल 176 बेड होंगे, जिनमें से 92 आईसीसीयू बेड विशेष रूप से हृदय रोगियों के लिए आरक्षित हैं। इससे पहले लारी कार्डियोलॉजी विंग में केवल 84 बेड उपलब्ध थे, जिनकी मांग हमेशा अधिक रहती थी। अब इस नई सुविधा के साथ लारी और सीटीवीएस विंग पर मरीजों का दबाव काफी कम होगा और इलाज में तेजी आएगी। यह सुविधा न केवल लखनऊ बल्कि पूरे प्रदेश के हृदय रोगियों के लिए राहत का कारण बनेगी।
केजीएमयू के कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि योगी सरकार चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में निरंतर सुधार और विस्तार कर रही है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाखों मरीजों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है। केजीएमयू भी अब अत्याधुनिक तकनीकों से लैस होकर चिकित्सा शिक्षा और सेवा के क्षेत्र में एक आदर्श मॉडल बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
न्यू कॉर्डियोलॉजी विंग में नवीनतम चिकित्सा उपकरण लगाए गए हैं, जिनमें स्टेट ऑफ आर्ट दो कैथ लैब, हाई एंड इकोकार्डियोग्राफी सिस्टम, छह थ्री-डी इकोकार्डियोग्राफी मशीनें, 96 बेड साइड मॉनिटर विद नर्सिंग स्टेशन, 120 सिरिंज इन्फ्यूजन पंप, 25 टेंपरेरी पेसिंग पेसमेकर, एक-एक ओसोटी मशीन और टीएमटी मशीन शामिल हैं। इन उपकरणों की मदद से हृदय रोगों की जांच और उपचार पहले से अधिक सटीक, त्वरित और प्रभावी होगा।
नयी कार्डियोलॉजी विंग की सुविधा से मरीजों को विभिन्न जांचों और जटिल प्रक्रियाओं जैसे एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी आदि के लिए लंबी प्रतीक्षा से निजात मिलेगी। इससे मरीजों को विभिन्न विभागों के चक्कर लगाने की भी आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि यहाँ सभी संबंधित सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। इस नई तकनीक और कार्यप्रणाली को प्रदेश के अन्य बड़े अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में भी लागू किया जाएगा, जिससे पूरे उत्तर प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं का एक मजबूत और एकीकृत नेटवर्क तैयार हो सकेगा।
इस पहल से न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि प्रदेश की चिकित्सा प्रणाली को भी विश्वस्तरीय बनाकर सुधारने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता और सतत प्रयासों के कारण उत्तर प्रदेश चिकित्सा सेवाओं में लगातार प्रगति कर रहा है और आम जनता को आधुनिक और प्रभावी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है।