अयोध्या : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को आर्थिक समृद्धि से जोड़ने की दिशा में एक नई पहल की है। उन्होंने कार्बन अवशोषण को बढ़ावा देने और कार्बन क्रेडिट व्यापार को संस्थागत रूप देने की योजना पर अमल शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बुधवार को “वन महोत्सव” के अवसर पर अयोध्या के त्रिवेणी वन क्षेत्र में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और कहा कि अब राज्य के हरित प्रयासों को वैश्विक कार्बन बाजार से जोड़ा जाएगा, ताकि ग्राम पंचायतें, वन विभाग और किसानों को इसका सीधा लाभ मिल सके।
सीएम योगी ने कहा “हम सिर्फ पेड़ नहीं लगा रहे, हम भविष्य को सहेज रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश अपने पर्यावरणीय प्रयासों के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों से मान्यता और आर्थिक लाभ दोनों प्राप्त करेगा। कार्बन क्रेडिट व्यापार में यूपी एक मॉडल राज्य बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत सरोवरों, वनों, जलाशयों और पुनर्जीवित की जा रही पौराणिक नदियों के जरिए प्रदेश में लाखों टन कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण संभव है। इस कार्य को वैज्ञानिक तरीके से मान्यता दिलाकर कार्बन क्रेडिट के माध्यम से राजस्व अर्जन की योजना बनाई जा रही है।
क्या है योजना?
हर पंचायत को पौधरोपण, जल स्रोत संरक्षण, जैविक खेती आदि के आधार पर कार्बन क्रेडिट के लिए पंजीकरण कराया जाएगा। सरकार विशेषज्ञ संस्थाओं के साथ मिलकर प्रमाणन की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाएगी। कार्बन क्रेडिट बिक्री से प्राप्त आय का एक बड़ा हिस्सा स्थानीय समुदायों को मिलेगा।
अयोध्या बन सकती है आदर्श मॉडल
राम नगरी अयोध्या, जहाँ मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी वाटिका, सरयू किनारे पौधरोपण और अमृत सरोवरों का निरीक्षण किया, अब राज्य की “हरित अर्थव्यवस्था” का रोल मॉडल बनेगी। यहाँ चल रहे पर्यावरणीय प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय कार्बन क्रेडिट बाजार से जोड़ने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल न केवल उत्तर प्रदेश के पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में अहम है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा देगी। कार्बन अवशोषण और क्रेडिट व्यापार अब राज्य के लिए पर्यावरणीय समृद्धि का नया सूत्र बन सकता है।
इन लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किया प्रमाणपत्र, चेक एवं फालदार पौधे
वैदिक वन के लिए अनीता यादव और शीला देवी, तिलोदकी गंगा नदी के पुनरुद्धार के लिए शैलजा पांडे, शांति देवी एवं राकेश कुमार को प्रमाण पत्र प्रदान किया। कार्बन क्रेडिट फाइनेंसिंग स्कीम के तहत ममता पाल शिवकुमार और रतन सिंह को डमी चेक प्रदान किया। आराध्या वर्मा परणिका और तेजस्वी वर्मा को फलदार पौधे सौंपे गए। कार्बन अवशोषण व क्रेडिट व्यापार के तहत ये किसान हुए सम्मानित
1-रामपुर की ममता हुईं सम्मानित
रामपुर से आई महिला किसान ममता पाल ने अपने खेतों में 3600 पौधे लगाए हैं। उन्हें यहां कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 हजार रुपये का चेक देकर सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी को उनके अभियान के लिए बहुत बहुत बधाई देती हूं। उनका यह अभियान भविष्य में बड़ी चुनौतियों से पार लगाएगा। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगी सरकार अभूतपूर्व कार्य कर रही है।
2-सहारनपुर के रमन ने लगाए 2800 पौधे
सहारनपुर से आये रमन सिंह ने मुख्यमंत्री के अभियान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमने अपने गांव में 2800 पौधे लगाए हैं। इन्हें भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 हजार का चेक देकर सम्मानित किया। रमन ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के पौधरोपण करना बेहद आवश्यक है। मैं मुख्यमंत्री के अभियान की सराहना करता हूं। उनका यह अभियान प्रदेश वासियों के कल्याण में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
3-शिव कुमार ने बताया पर्यावरण का महत्व
मेरठ के पास सदना स्थित मानपुरी गांव के किसान शिव कुमार भी मुख्यमंत्री एक पेड़ मां के नाम अभियान को समर्थन देने पहुंचे थे। उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए अपने गांव में 3800 पौधे लगाए हैं। इन्हें भी मुख्यमंत्री ने अपने हाथों सम्मानित किया गया। सम्मानित होने के बाद शिव कुमार ने कहा किसानों का हित सिर्फ योगी सरकार ने ही देखा और समझा है। तमाम योजनायें भाजपा सरकार में किसानों के लिए संचालित हैं। मैं उनके पौधरोपण अभियान को एक बार फिर से बधाई देता हूं।