UP News : नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण ( नोएडा अथॉरिटी) ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (ग्रे. नोएडा अथॉरिटी) इन दोनों अथॉरिटी में आखिर गतिशीलता क्यो नही आ रही है मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह जो इन दोनो अथॉरिटी के चेयरमैन है वो विगत एक वर्ष से लगातार समय समय पर अथॉरिटी में चेयरमैन होने के नाते बोर्ड मीटिंग की अध्यक्षता कर समस्याओं को जानने की कोशिश कर रहे है प्रत्येक माह में एक से अधिक बार उनके दौरे लग रहे है लेकिन फिर भी अथॉरिटी में पूरी गतिशीलता क्यो नही आ रही ,नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन लोकेश एम एवं ग्रे. नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन एनजी रवि कुमार द्वारा लगातार ईमानदार एवं पारदर्शी कोशिश की जा रही है अगर दोनों अथॉरिटी में हम समस्याओं की बात करे तो किसानों की समस्या सबसे प्रमुख समस्या है किसानों की मुख्य मांगे जमीन अधिग्रहण का मुआवजा दर एवं उनकी सुविधाओं को बढ़ोतरी है जिसको लेकर किसान लगातार आंदोलित हो रहे है और आए दिन वो धरने पर बैठ जाते है अथॉरिटी के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह से कोई ठोस हल नही निकाल पा रहे है सरकार जो पॉलिसी बना रही है वो पॉलिसी किसानों के हित में नही है ऐसा किसानों का मानना है इसको लेकर सरकार ने प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास की अध्यक्षता में एक कमेटी भी बना रखी है।
अब देखना यह होगा कि किसानों की जो मांगे है उस पर सरकार क्या निर्णय लेती है। दोनो अथॉरिटी की दूसरी सबसे बड़ी समस्या है इन्फ्रास्ट्रक्चर की। दोनो अथॉरिटी पूरी क्षमता के साथ तभी कार्य कर पाएगी जब उनके पास मैनपावर एवं स्टाफ रहेगा। दोनो अथॉरिटी में मैनपावर एवं स्टाफ 50 प्रतिशत से भी कम क्षमता के साथ कार्य कर रहा है अथॉरिटी के चैयरमैन मनोज कुमार सिंह का ध्यान इस तरफ क्यो नही जा रहा है दोनो अथॉरिटी में एसीईओ स्तर से लेकर ओएसडी,एसडीएम,तहसीलदार एवं लेखपाल जैसे अधिकारियो एवं कर्मचारियो की भारी कमी है आखिर इन दोनो अथॉरिटी में नियुक्ति एवं आद्योगिक विकास उत्तर प्रदेश शासन स्तर से अधिकारियो की तैनाती क्यो नही हो पा रही है अथॉरिटी के चैयरमैन एवं मुख्यसचिव मनोज कुमार सिंह इस दिशा में क्या कदम उठा रहे है यह भी एक बड़ा सवाल है आखिर अथॉरिटी को निष्क्रिय कौन करना चाहता है। यह एक बड़ा सवाल है नोएडा अथॉरिटी के सीईओ लोकेश एम एवं ग्रे नोएडा अथॉरिटी के सीईओ एनजी रवि कुमार द्वारा अथॉरिटी को लगतार गतिशीलता प्रदान करने की कोशिश की जा रही है जब तक दोनो अथॉरिटी का मैनपॉवर एवं स्टाफ एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर शत प्रतिशत नही होता है तब तक किसानो,बिल्डर्स एवं बायर्स की समस्याओं का निस्तारण तेजी से नही हो पाएगा। कई ऐसे मामले है किसान,बिल्डर्स एवं बायर्स की समस्याओ का समाधान मंत्रिपरिषद एवं शासनस्तर से होना है लखनऊ में बैठे अधिकारी आखिर निर्णय क्यो नही ले पा रहे क्या उनकी मंशा अथॉरिटी को निष्क्रिय करना है यह भी एक बड़ा सवाल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समय समय पर अथॉरिटी के कार्यो की समीक्षा करते है और उसमें गतिशीलता लाने के निर्देश जारी करते है सीएम योगी किसानो के हित में लगातार फैसले लेने के लिये प्रयासरत है लेकिन लखनऊ में बैठे कुछ अधिकारी उसमें भी पलीता लगाने का काम कर रहे है आखिर अथॉरिटी के चैयरमैन मनोज सिंह द्वारा की जा रही बैठको का कोई ठोस नतीजा क्यों नही निकल पा रहा है दोनो अथॉरिटी में स्टाफ की कमी कब पूरी की जाएगी यह भी एक बड़ा सवाल है
तीसरा जो सबसे महत्वपूर्ण विषय है कि अथॉरिटी में निचले स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार मिलती रही है हालांकि इस दिशा में नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन लोकेश एम एवं ग्रे. नोएडा अथॉरिटी के चैयरमैन एनजी रवि कुमार द्वारा लगातार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है और कई बार भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई है नोएडा अथॉरिटी में सिविल के टेंडरो में भ्रष्टाचार की पहले काफी शिकायतें मिलती थी लेकिन अब टेंडरो में काफी सुधार दिख रहा है इसी तरह जनस्वास्थ्य विभाग की कई गंभीर शिकायतें मिल रही थी जिसको लेकर समय समय पर नोएडा अथॉरिटी के चैयरमैन लोकेश एम द्वारा कड़े निर्देश जारी किये गये इसी तरह ग्रे नोएडा अथॉरिटी में दो महिला आईएएस अधिकारी जो दोनो एसीईओ के पद पर है वो अपनी पूरी क्षमता से काम नही कर पा रही है आखिर मुख्य सचिव के विगत एक वर्ष के दौरो से दोनो अथॉरिटी में कितना सुधार आया है क्या मुख़्यमंत्री जी इसका मूल्याकंन करेंगे ।
एडिटर इन चीफ आर सी भट्ट की रिपोर्ट