1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Etah: जलभराव और गंदगी से नाराज़ ग्रामीणों ने जताया विरोध, प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

Etah: जलभराव और गंदगी से नाराज़ ग्रामीणों ने जताया विरोध, प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

Etah: एटा जिले के कंचनपुर आसे-2 (टपुआ) गांव में जलभराव और गंदगी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है। ग्रामीणों का आरोप है कि वर्षों से सफाई नहीं हुई, जिससे नालियां चोक होकर सड़कों पर गंदा पानी भर गया है।प्रशासन को कई बार शिकायत के बावजूद समाधान नहीं हुआ, अब बीडीओ ने सफाई टीम भेजने की बात कही है।

By: Desk Team  RNI News Network
Updated:
Etah: जलभराव और गंदगी से नाराज़ ग्रामीणों ने जताया विरोध, प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

एटा जिले के अलीगंज ब्लॉक अंतर्गत कंचनपुर आसे-2 उर्फ टपुआ गांव में वर्षों से जारी जलभराव और गंदगी की समस्या को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। गांव की सड़कों पर लगातार पानी और गंदगी जमा होने से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है। उनका कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

ग्रामीणों के मुताबिक गांव में वर्षों से सफाई कर्मी नहीं आया है, जिससे नालियां पूरी तरह चोक हो चुकी हैं। नतीजतन, बरसात के दिनों में जल निकासी न होने से पानी सड़कों पर भर जाता है। सड़कें कीचड़ से बजबजा रही हैं और गंदे पानी में निकलने को लोग मजबूर हैं। इससे न केवल बच्चों और बुजुर्गों को आने-जाने में मुश्किल होती है, बल्कि कई लोग गंदे पानी में गिरकर घायल भी हो चुके हैं।

गंभीर स्वास्थ्य संकट की आशंका

गांव के ही मानसिंह यादव ने बताया कि नालियों की सफाई न होने और जलभराव के कारण बीमारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने बताया कि घरों से निकलने वाला गंदा पानी और सीवर का पानी अब सड़कों पर बह रहा है, जिससे माहौल दूषित हो गया है। रिंकू यादव, जो गांव की मुख्य सड़क के पास रहते हैं, ने बताया कि यह रास्ता स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए है, लेकिन बच्चे गंदे पानी में फिसलकर गिर जाते हैं, जिससे अभिभावकों की चिंता और बढ़ गई है।

गांव के बुजुर्ग उदयवीर सिंह ने बताया कि पूरा गांव बदहाल है। लोग बीमारियों के डर से घरों में कैद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया।

स्वच्छ भारत मिशन की खुलती पोल

ग्रामीणों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन की जमीनी हकीकत इस गांव की स्थिति से साफ हो जाती है। प्रशासन और स्थानीय निकाय के लिए यह योजना सिर्फ एक कागजी दावा बनकर रह गई है।

प्रशासन का जवाब

जब संवाददाता ने अलीगंज ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) फैसल आलम से बात की, तो उन्होंने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी मिली है और सफाई कर्मचारियों की टीम जल्द ही गांव भेजी जाएगी ताकि जल निकासी और सफाई की समस्या को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जा सके।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...