वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर फर्जी जनरल टिकट बेचने का मामला सामने आया है। इस मामले में जीआरपी (Government Railway Police) ने ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन (ATVM) के संचालक बृजेश श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर यात्रियों को नकली टिकट बेचने का आरोप है, जिसकी शिकायत मिलने पर जांच शुरू की गई थी।
दरसल राजमणि और रेखा शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मुंबई के लिए 6 जनरल टिकट पर ₹2200 की वसूली की गई है… उन्होंने बताया कि स्टेशन पर मौजूद कुली सौरभ ने उन्हें एटीवीएम से टिकट दिलवाए थे। लेकिन जब उन्होंने टिकटों की जांच की, तो सभी पर एक ही नंबर छपा हुआ था। इस पर उन्होंने रेलवे अधिकारियों से शिकायत की।
14 जून को जीआरपी को फर्जी टिकटों की जानकारी मिली, जिसके बाद मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक की तहरीर पर मामले की जांच शुरू हुई। टिकटों की पुष्टि के लिए रेलवे विभाग की टीम को शामिल किया गया और सभी टिकट फर्जी पाए गए। इसके बाद जीआरपी इंस्पेक्टर रजोल नागर के नेतृत्व में सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी बृजेश की पहचान की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में विजिलेंस, आरपीएफ और रेलवे वाणिज्य विभाग की टीमें भी जांच में शामिल हुईं। गिरफ्तार किए गए बृजेश श्रीवास्तव के खिलाफ अब विधिक कार्रवाई की जा रही है। यह घटना रेलवे स्टेशन पर टिकटिंग प्रक्रिया में लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है और ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए सख्त निगरानी की आवश्यकता को उजागर करती है।