बलिया के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती एक शर्मनाक घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में इमरजेंसी वार्ड में मरीज का इलाज टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बिजली की आपूर्ति करीब 45 मिनट तक ठप रही और अस्पताल का जनरेटर तकनीकी खराबी के कारण शुरू नहीं हो पाया।
वीडियो में देखा जा सकता है कि मेडिकल स्टाफ किसी गंभीर मरीज को सामान्य टॉर्च की रोशनी में इलाज देने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मामले पर जब मीडिया ने अस्पताल प्रशासन से जवाब मांगा तो CMS डॉ. एस.के. यादव ने तकनीकी गड़बड़ी का हवाला देते हुए कहा कि जनरेटर में फॉल्ट था और पावर सप्लाई भी बाधित हो गई थी, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई।
यह घटना न केवल स्थानीय स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि संवेदनशील विभागों में व्यवस्थागत सुधार की कितनी सख्त जरूरत है।