नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) का पहला चरण अब 30 जून 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस बाबत मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में टाटा प्रोजेक्ट्स ने यह प्रतिबद्धता जताई। कंपनी अब एयरपोर्ट साइट पर मैनपावर बढ़ाने और अन्य साइटों से श्रमिक बुलाकर काम में तेजी लाने जा रही है।
10 मई को DGCA और BCAS करेंगे अहम निरीक्षण
इस बीच 10 मई को DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और BCAS (नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो) की संयुक्त टीम एयरपोर्ट के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों की जांच करने पहुंचेगी। निरीक्षण के दौरान टर्मिनल, रनवे, फायर लाइन और वॉच टावर जैसे प्रमुख क्षेत्रों की स्थिति पर नजर डाली जाएगी। यह निरीक्षण वैमानिकी सूचना प्रकाशन (AIP) के 70 दिवसीय चक्र के अंत से पहले किया जा रहा है, जो 6 मार्च को जारी किया गया था।
वर्तमान में एयरपोर्ट का 85% से अधिक कार्य पूरा हो चुका है:
हालांकि, टर्मिनल बिल्डिंग की स्टील फ्रेमिंग, छत और फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है। दूसरी मंजिल पर लगने वाली फ़ैब्रिक इटली से मंगाकर मुंबई में सिलाई कराई जा रही है, जो अभी पूरा नहीं हुआ है।
फसल कटाई के कारण फिलहाल साइट पर 6500 श्रमिक कार्यरत हैं। निर्माण की गति बढ़ाने के लिए श्रमिकों की संख्या 8000 तक की जाएगी।
टाटा प्रोजेक्ट्स और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) की ओर से कैच-अप योजना प्रस्तुत की गई है, जिससे डेडलाइन पर निर्माण पूरा हो सके। अब नजर 10 मई के DGCA निरीक्षण पर है, जो तय करेगा कि एयरपोर्ट उड़ान संचालन के लिए पूरी तरह तैयार है या नहीं।