श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या केवल एक धार्मिक नगर ही नहीं रही, बल्कि यह सांस्कृतिक पुनर्जागरण का केंद्र बनकर उभरी है। रामनगरी ने विकास और विरासत के समन्वय का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है।
श्रीराम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या केवल एक धार्मिक नगर ही नहीं रही, बल्कि यह सांस्कृतिक पुनर्जागरण का केंद्र बनकर उभरी है। रामनगरी ने विकास और विरासत के समन्वय का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है।