फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामला तब सामने आया जब फिरोजाबाद के एक सिपाही ने अखिलेश यादव पर अनुचित टिप्पणी सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसे वायरल कर दिया गया। इसके बाद अन्य पुलिसकर्मियों ने भी वही टिप्पणी फेसबुक और व्हाट्सएप पर साझा करना शुरू कर दी। यह घटना समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की नजर में आई, जिसके बाद पार्टी पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की और इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) सौरभ दीक्षित से की। सपा के फिरोजाबाद जिलाध्यक्ष शिवराज यादव ने स्वयं एसएसपी से मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
शिकायत के आधार पर एसएसपी सौरभ दीक्षित ने मामले की जांच के आदेश दिए और सीओ सदर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। जांच रिपोर्ट में पाया गया कि छह सिपाहियों ने आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए न केवल अनुचित टिप्पणी की, बल्कि उसे सोशल मीडिया पर साझा कर पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने का भी प्रयास किया। रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से सभी छह सिपाहियों को निलंबित करने का आदेश जारी किया।
एसएसपी सौरभ दीक्षित ने स्पष्ट किया कि पुलिस बल का कोई भी सदस्य राजनीतिक टिप्पणी या किसी भी राजनीतिक दल के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग की गरिमा बनाए रखना सभी कर्मचारियों की जिम्मेदारी है और किसी भी तरह की लापरवाही या नियम उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सपा नेताओं ने कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि पुलिस बल को राजनीतिक रूप से निष्पक्ष रहना चाहिए और किसी भी दल या नेता के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा का प्रयोग करना लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर भविष्य में भी इस तरह की घटनाएं दोहराई गईं, तो वे और कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे। फिरोजाबाद पुलिस ने सभी कर्मचारियों को चेतावनी जारी की है कि सेवा शर्तों के तहत राजनीतिक या आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कुल मिलाकर, इस कार्रवाई से पुलिस महकमे ने स्पष्ट संदेश दिया है कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग और अनुचित भाषा के प्रति उसकी जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी।