मथुरा के नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हैजा हॉस्पिटल में डायरिया के प्रति जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ओआरएस डे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित रखने के उपायों पर बल दिया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. ऋषिपाल सिंह ने डायरिया के लक्षणों, बचाव के उपायों और ओआरएस व जिंक की उपयोगिता पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. सिंह ने बताया कि डायरिया से निपटने के लिए सबसे पहला और आसान उपाय है समय रहते ओआरएस का सेवन शुरू करना। उन्होंने बताया कि यदि बच्चे को पतला दस्त, कमजोरी, सुस्ती या डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों के साथ एक गोष्ठी भी आयोजित की गई जिसमें साफ-सफाई, पानी को उबालकर पीने, खुले में कटे फलों से परहेज, और व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की अपील की गई। कार्यक्रम में “डायरिया की रोकथाम सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यान” थीम के तहत पोस्टर और बैनरों के माध्यम से संदेश फैलाया गया।
इस अभियान में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशनल इंडिया (PSI इंडिया) और केनव्यू का भी सहयोग प्राप्त हुआ। इन संगठनों ने समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने के लिए सूचना सामग्री और प्रशिक्षण सहायता प्रदान की।