उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा के दौरान सतर्कता, तत्परता और शानदार कार्यशैली का परिचय देने वाली पुलिस टीम को राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मंगलवार शाम शहर के ह्रदय स्थल शिव चौक पर आयोजित एक भव्य समारोह में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित किया।
इस सम्मान समारोह का आयोजन कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से साम्प्रदायिक तनाव भड़काने और अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार कर जिले को दंगे की आग में झुलसने से बचाने के लिए किया गया था। राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पुलिस टीम के साहसिक कदम की सराहना करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने न केवल समय पर कार्रवाई की, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास की भावना को और मजबूत किया है।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री अग्रवाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में की गई उन दो अहम कार्रवाइयों की विशेष रूप से प्रशंसा की, जिनमें साम्प्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया। पहली कार्रवाई में थाना सिविल लाइन पुलिस ने 21 जुलाई को पांच ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया, जो हिंदू नाम बताकर विशेष समुदायों के बीच भेष बदलकर धार्मिक वैमनस्यता फैलाने की कोशिश कर रहे थे। ये आरोपी कांवड़ यात्रा के दौरान सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश में शामिल थे।
राज्य मंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा जैसे विशाल आयोजन में कानून व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण कार्य है, लेकिन मुजफ्फरनगर पुलिस ने इसे न केवल सफलतापूर्वक निभाया, बल्कि असामाजिक तत्वों की साजिशों को विफल कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति और प्रशासनिक कठोरता ने उत्तर प्रदेश को कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में अग्रणी बना दिया है।
इस अवसर पर वैश्य सभा द्वारा आयोजित समारोह में कई पुलिसकर्मियों को सम्मान-पत्र, प्रतीक चिह्न और पुष्प गुच्छ प्रदान किए गए। समारोह में एसएसपी संजय वर्मा के अलावा एडिशनल एसपी आदित्य बंसल, इंदु सिद्धार्थ, सीओ भोपा रवि शंकर मिश्रा, साइबर सेल प्रभारी गौरव, एसओजी प्रभारी मोहित चौधरी समेत अनेक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।