उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एस.पी. गोयल की अध्यक्षता में विभिन्न निर्माण परियोजनाओं में उच्च विशिष्टियों और पीसीयू शिथिलीकरण हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तुत एक परियोजना में उच्च विशिष्टियों के कार्य तथा चार परियोजनाओं में पीसीयू शिथिलीकरण के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई। यह निर्णय प्रदेश के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने और आर्थिक विकास की गति बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
स्वीकृत परियोजनाओं से बढ़ेगी सड़क और औद्योगिक कनेक्टिविटी
वहीं स्वीकृत परियोजनाओं के माध्यम से राज्य में सड़क नेटवर्क, औद्योगिक विकास और ग्रामीण कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा। प्रस्ताव के अनुसार, जनपद बस्ती में महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध ओपेक चिकित्सालय कैली में 304.01 लाख रुपए की लागत से क्लीनिकल/एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण किया जाएगा।
अयोध्या, बहराइच और मीरजापुर में भी होंगे प्रमुख कार्य
जनपद अयोध्या में ब्लॉक बीकापुर मुख्यालय संपर्क मार्ग (0.850 किमी) के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य 549.29 लाख रुपए की लागत से किया जाएगा।
बहराइच में 5825.18 लाख रुपए की लागत से एनएच-730 (H) से रजनवा एसएसबी चौकी मार्ग (13.910 किमी) का चौड़ीकरण किया जाएगा। वहीं, मीरजापुर में एलडी रोड से मां विन्ध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय देवरी कला मड़िहान तक 919.30 लाख रुपए की लागत से फोर लेन मुख्य पहुंच मार्ग और 475.09 लाख रुपए से दो लेन वैकल्पिक मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ निर्णय
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित कुमार घोष, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इन परियोजनाओं से प्रदेश में बेहतर सड़क सुविधाओं, औद्योगिक प्रगति और रोजगार के अवसरों को बल मिलेगा।