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Lalitpur News: मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कों से लेकर घरों तक पानी ही पानी

Lalitpur News: ललितपुर में लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गोविंद नगर की गलियां तालाब बन गई हैं और कई घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। तालबेहट रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाला अस्थाई पुल बह जाने से मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है, जिससे यात्रियों को भारी दिक्कत हो रही है। शहजाद नदी के उफान और ग्रामीण इलाकों में जलभराव के कारण कई परिवार बाहर रहने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से जल निकासी और राहत कार्यों में तेजी लाने की मांग कर रहे हैं।

By: Desk Team  RNI News Network
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Lalitpur News: मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सड़कों से लेकर घरों तक पानी ही पानी

उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही कई जिलों में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। ललितपुर जिले में बीते कई घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। गोविंद नगर मोहल्ले से लेकर तालबेहट रेलवे स्टेशन मार्ग तक जलभराव के हालात बन चुके हैं। गलियां तालाब में तब्दील हो गई हैं और घरों तक पानी घुस चुका है।

तालबेहट रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाले मार्ग पर करोड़ों की लागत से पुल निर्माण का कार्य चल रहा है, लेकिन उसके पास बना अस्थाई पुल बारिश में बह गया है। इस कारण स्टेशन को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है, जिससे यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जैसे ही स्थिति की जानकारी प्रशासन को मिली, उप जिलाधिकारी (SDM) मौके पर पहुंचे और हालात का जायज़ा लिया। स्थानीय निवासियों ने नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जलनिकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। नागरिकों ने प्रशासन से जलभराव की तत्काल निकासी की मांग की है।

भारी बारिश के कारण ललितपुर की गलियों में पानी भरने के अलावा शहजाद नदी भी उफान पर है। नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। बांसी से होकर मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है। इससे यात्रियों की आवाजाही ठप हो गई है और कई लोग बीच रास्ते में फंस गए हैं।

रामपुर कठवर गांव के हालात और भी गंभीर हैं। यहां बारिश के कारण घरों में पानी भर गया है। कई परिवारों को अपना घर छोड़कर बाहर शरण लेनी पड़ी है। घरों में रखा सारा सामान पानी में डूब गया है। महिलाओं और बच्चों को विशेष रूप से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं। जिला प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की जा रही है ताकि हर साल मानसून में लोगों को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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