1. हिन्दी समाचार
  2. लखनऊ
  3. Lucknow : NAAC पुनर्मूल्यांकन में A++ रैंकिंग पर KGMU टीम ने राज्यपाल से की भेंट

Lucknow : NAAC पुनर्मूल्यांकन में A++ रैंकिंग पर KGMU टीम ने राज्यपाल से की भेंट

Lucknow : किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) ने नैक पुनर्मूल्यांकन में A++ रैंकिंग प्राप्त की।कुलपति एवं विश्वविद्यालय टीम ने इस उपलब्धि पर राज्यपाल से भेंट कर आभार व्यक्त किया।यह सफलता KGMU की शैक्षणिक और संस्थागत उत्कृष्टता को दर्शाती है।

By: Desk Team  RNI News Network
Updated:
Lucknow : NAAC पुनर्मूल्यांकन में A++ रैंकिंग पर KGMU टीम ने राज्यपाल से की भेंट

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल से राजभवन, लखनऊ में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की कुलपति एवं उनकी टीम ने मुलाकात की। यह भेंट विश्वविद्यालय को नैक पुनर्मूल्यांकन में ए प्लस प्लस रैंकिंग प्राप्त होने के अवसर पर आभार व्यक्त करने के लिए की गई।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि इस उपलब्धि को बनाए रखना और आगे विश्व स्तरीय रैंकिंग प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी को विश्वविद्यालय और विद्यार्थियों के हित को केंद्र में रखकर कार्य करना चाहिए तथा अपने ज्ञान और विचारों का उपयोग विश्वविद्यालय की उन्नति और छात्रों के कल्याण में करना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि “इस दिशा में वैज्ञानिक मेहनत की आवश्यकता है।

राज्यपाल ने बताया कि विश्वविद्यालयों के नैक मूल्यांकन को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से वे स्वयं 12 कुलपतियों के साथ बेंगलुरु जाकर मार्गदर्शन लेकर आईं और सभी विश्वविद्यालयों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा कैंपस से बाहर समाज के हित में किए जा रहे कार्य प्रशंसनीय हैं।

राज्यपाल ने यह भी उल्लेख किया कि विश्वविद्यालय की महिला अधिकारी अत्यंत गंभीरता और समर्पण भाव से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि नैक की तैयारी के दौरान किए गए कार्य और अनुभवों को अपने परिवार व बच्चों के साथ साझा करें, ताकि बच्चों को भी प्रेरणा और अच्छे संस्कार मिल सकें। उन्होंने कहा कि एक चिकित्सा विश्वविद्यालय होने के नाते इसकी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है, यहां जनता इलाज के लिए आती है, इसलिए सेवा, शिक्षा और शोध तीनों क्षेत्रों में उत्कृष्टता बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है।

राज्यपाल ने कहा कि जैसे राजभवन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं और उससे सभी के कौशल सामने आते हैं, उसी प्रकार विश्वविद्यालय में भी विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। जिन छात्रों या अधिकारियों के पास विशेष प्रतिभा है, उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में कार्यरत महिला अधिकारी और छात्राओं से नियमित संवाद किया जाना चाहिए, उनकी समस्याओं को समझकर समाधान करने का प्रयास होना चाहिए।

राज्यपाल ने कुलपति एवं डीन से कहा कि यदि कोई अच्छा प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है तो उसका परिणाम संबंधित अधिकारियों से साझा किया जाए और परियोजना को आगे बढ़ाया जाए।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ पंकज एल जानी, विश्वविद्यालय की कुलपति और उनकी टीम सहित अन्य महानुभाव उपस्थित रहे।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...