उत्तर प्रदेश में गर्मी ने एक बार फिर अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अगले तीन से चार दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी का असर बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। इस दौरान लू यानी हीट वेव की स्थिति भी कई जिलों में बनी रहेगी। विशेष रूप से बुंदेलखंड, पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में गर्म हवाओं के थपेड़े लोगों को बेहाल कर सकते हैं।
गर्मी के इस बढ़ते कहर को देखते हुए प्रशासन ने आमजन को सावधानी बरतने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी धूप में ज्यादा देर न रहने, अधिक मात्रा में पानी पीने और हल्के कपड़े पहनने की चेतावनी जारी की है। बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार व्यक्तियों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
हालांकि, गर्मी से राहत की भी उम्मीद है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले पांच दिनों के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश से शुरू होकर पश्चिमी भागों तक बारिश की शुरुआत होगी। इस बारिश के चलते तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट संभव है। इसके साथ ही हीट वेव की स्थिति से राहत मिलने की भी उम्मीद है।
बारिश का यह सिलसिला जून के मध्य तक धीरे-धीरे पूरे उत्तर प्रदेश को कवर कर सकता है। मानसून की दस्तक के पहले यह बारिश न केवल तापमान को नीचे लाएगी बल्कि कृषि कार्यों की शुरुआत के लिए भी अनुकूल वातावरण तैयार करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समय किसानों के लिए भी बेहद अहम है, क्योंकि यह खरीफ की फसलों की बुवाई का प्रारंभिक समय होता है।
कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश को अभी कुछ दिनों तक भीषण गर्मी झेलनी होगी, लेकिन उसके बाद राहत की बारिश दस्तक दे सकती है। तब तक सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।