उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर स्थित गेस्ट हाउस में कुलपति, कुलसचिव, अकादमिक, जनसंपर्क अधिकारी सहित विश्वविद्यालय से संबद्ध 12 राजकीय एवं 27 अनुदानित कॉलेजों के प्राचार्यगण के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक का उद्देश्य विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की शैक्षिक, प्रशासनिक और भौतिक प्रगति की समग्र समीक्षा करना था। बैठक के दौरान नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन की स्थिति, समर्थ पोर्टल का प्रभावी क्रियान्वयन, प्रवेश, परीक्षा एवं वेतन संबंधी प्रक्रियाओं का डिजिटलीकरण, शैक्षिक गुणवत्ता, शोध, रोजगार एवं कौशल विकास की दिशा में किए गए कार्य, बुनियादी ढांचे व संसाधनों की वर्तमान स्थिति, एनईपी आधारित कार्यशैली में बदलाव, विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग एवं सुझाव-प्रतिक्रिया प्रणाली तथा नैक ग्रेडिंग में सुधार हेतु विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारत ने वैश्विक मंच पर शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चीन व जापान जैसे देशों को भी पीछे छोड़ा है। हमारे शिक्षक, प्राचार्य और विश्वविद्यालय अधिकारी ही इस प्रगति के असली निर्माता हैं जो, अपने दृढ़ निश्चय से छात्रों का जीवन सावरकर देश को उन्नत बना सकते हैं ।
उन्होंने सभी प्राचार्यों को निर्देष दिया कि वे समर्थ पोर्टल से शत-प्रतिशत विद्यार्थियों को जोड़ें, एनईपी के सभी मापदंडों पर तेजी से कार्य करें, और विश्वविद्यालय की गुणवत्ता को सुधारने हेतु सशक्त दृष्टिकोण अपनाएं। इस बार के सत्र की परीक्षा समर्थ पोर्टल पर ही होगी तो अपने कॉलेज, छात्र और शिक्षक को उसके लिए तैयार रखे साथ ही उन्होंने सीसीटीवी निगरानी, छात्रों के साथ संवाद, उनके परिवार से जुड़ाव और समय समय पर काउंसलिंग, छात्र और शिक्षक फीडबैक फॉर्म, अलुमनी रजिस्टर्ड कमेटी और उसकी मेंबरशिप, मेंटर्स सिस्टम, और इनक्यूबेशन सेंटर जैसे कदमों को शीघ्र स्थापित करने पर जोर दिया ताकि विद्यार्थी और शिक्षक आपसी संवाद के माध्यम से समग्र शैक्षणिक वातावरण को उन्नत बना सकें। बैठक के उपरांत राज्यपाल जी ने परिसर में वृक्षारोपण किया एवं शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर परिसर में अध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।
बैठक में कुलपति आशु रानी ने कहा कि यह दो दिवसीय यात्रा विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत प्रेरणादायक रही। कुलाधिपति जी द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से न केवल प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों को नई दिशा मिली, बल्कि भविष्य की योजनाओं हेतु स्पष्ट रणनीति भी प्राप्त हुई।कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल जी के अथक प्रयास और मार्गदर्शन से ही विश्वविद्यालय ने नेक में ए प्लस ग्रेड प्राप्त किया है और डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की प्रतिष्ठा, शैक्षणिक उत्कृष्टता और भविष्य के नवाचारों की ओर बढ़ते कदमों की साक्षी है। राज्यपाल के सरल, स्पष्ट और ऊर्जावान मार्गदर्शन ने समस्त विश्वविद्यालय परिवार को एक नई प्रेरणा प्रदान की है।
इस अवसर पर माननीय उच्च शिक्षा राज्य मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, जिलाधिकारी आगरा, विश्वविद्यालय की कुलपति आशु रानी, कुलसचिव अजय मिश्रा, अकादमिक मनु प्रताप सिंह, जनसंपर्क अधिकारी पूजा सक्सेना सहित विश्वविद्यालय से संबद्ध 12 राजकीय एवं 27 अनुदानित कॉलेजों के प्राचार्यगण उपस्थित रहे।