लखनऊ के पुराने शहर में श्री जगन्नाथ जी की रथ शोभा यात्रा आज पूरे उत्साह और परंपरा के साथ निकाली गई। यह शोभा यात्रा हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से निकली, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं और भक्तों ने भाग लिया।श्री जगन्नाथ जी का रथ जैसे ही गलियों से गुजरा, श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
इस खास मौके पर लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब का सुंदर उदाहरण भी सामने आया। कई मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रथ यात्रा में शामिल होकर श्रद्धालुओं का स्वागत किया। लोगों ने जगह-जगह पानी, शरबत और फूल बरसाकर श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया और उन्हें माला पहनाकर सम्मान दिया। यह दृश्य लोगों के बीच आपसी भाईचारे और सौहार्द की मिसाल पेश करता नजर आया।
रथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था भी बेहद मजबूत रही। डीसीपी विश्वाजीत श्रीवास्तव के निर्देश पर इंस्पेक्टर चौक और क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज ने अपनी पुलिस टीम के साथ रथ यात्रा की निगरानी की। पुलिस ने न केवल सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था को भी बखूबी संभाला, ताकि किसी को असुविधा न हो।
इस दौरान रास्ते में पड़ने वाले मंदिरों और धार्मिक स्थलों को भी आकर्षक तरीके से सजाया गया था। लोग भजन-कीर्तन और जयकारों के बीच रथ के दर्शन करने के लिए उमड़ पड़े। कई स्वयंसेवी संगठनों और स्थानीय लोगों ने श्रद्धालुओं की सेवा के लिए स्टॉल लगाए, जहां प्रसाद, पानी और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
रथ यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यहां की साझी संस्कृति का भी प्रतीक बन चुकी है। हर साल रथ यात्रा में जिस तरह मुस्लिम समाज आगे बढ़कर स्वागत करता है, वह इस बात को साबित करता है कि आपसी भाईचारा और एकता कितनी गहरी जड़ों में समाई हुई है।
इस अवसर पर कई स्थानीय जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए और आयोजन की सफलता के लिए सहयोग किया। श्रद्धालुओं ने भी यात्रा के शांतिपूर्ण और भव्य आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन का धन्यवाद दिया।
रथ यात्रा संपन्न होने के बाद रथ को विश्राम स्थल पर ले जाया गया, जहां अगले धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। श्रद्धालुओं ने श्री जगन्नाथ जी के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की।