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उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर, कहीं डूबे गांव तो कहीं मची तबाही

सिंचाई विभाग की तैयारी की पोल खुल गई है। नोएडा और आगरा में यमुना किनारे बसे गांव डूब गए हैं।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर, कहीं डूबे गांव तो कहीं मची तबाही

यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ भारी बारिश की वजह से बाढ़ की आशंकाओं को देखते हुए सभी विभागों को 24 घंटे और सातों दिन अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी के निर्देश के बाद भी सिंचाई विभाग की कमी से सूबे के कई जिलों में भयावह स्थिति बन गई है। मानसूनी बारिश का कहर पड़ोसी राज्यों की ही तरह यूपी में भी देखने को मिल रहा है, जहां गंगा और यमुना के किनारे बसे गांवों में हाहाकार मच गया है।

सिंचाई विभाग की तैयारी की पोल खुल गई है। नोएडा और आगरा में यमुना किनारे बसे गांव डूब गए हैं। जबकि गाजियाबाद, अलीगढ़, मथुरा, फिरोजबाद और इटावा में बाढ़ की स्थिति नहीं है। वहीं बात करें सहारनपुर की तो यहां पहले से ही लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, और लगभग दो हजार लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में भेजा जा चुका है। जबकि शामली, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, फिरोजबाद और इटावा के स्थानीय प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि हथिनी कुंड बैराज से लगभग 1.90 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

सूबे में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बदायूं जिले के कछला ब्रिज पर गंगा और मुजफ्फरनगर जिले यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सहारनपुर जिले के 92 गांव और 16 शहरी इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां के 512 लोगों को नौ राहत शिविरों में रखा गया है। जबकि मुजफ्फरनगर के दो गांवों के 200 लोगों को शरणालय में रखा गया है।

सूबे में भारी बारिश से पिछले 24 घंटे में कुल 12 लोगों की मौत गई है। बाराबंकी जिले में डूबने से नौ लोगों की जान गई है। सहारनपुर में पांच, सुलतानपुर में दो, संतकबीर नगर में एक और फतेहपुर में डूबने से एक की जान चली गई। जबकि संभल में भारी बारिश में एक की मौत हो गई। इसके साथ ही कहीं से सर्पदंश और आकाशीय बिजली से भी मौत के मामले सामने आए हैं।

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान सूबे के 58 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। सहारनपुर से मिली रिपोर्ट के अनुसार जिले में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश की वजह से कई लोगों के मकार ढह गए हैं। यहां मकान में दबने से एक महिला की भी मौत हो हुई है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट की मानें तो जल भरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से घाघरा नदी, एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान को पार कर गई है और इसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

इसके साथ ही कैसरगंज में 21 सेंटीमीटर, रामनगर में 15, हैदरगढ़ 14, सिरौलीगौसपुर में 13, फतेहपुर में 12, कर्नलगंज में 11, कन्नौज में नौ, घोरावल और चांदपुर में सात-सात, कन्नौज, बाराबंकी, बिलारी और नौगांवा सादात में छह-छह सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम केंद्र लखनऊ की रिपोर्ट की मानें तो सूबे में आगामी 18 जुलाई तक कई स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है।

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