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नमकीन का सेवन ज्यादा करने पर बढ़ सकता है हार्ट डिजीज का खतरा

प्रतिदिन नमकीन खाने की सलाह नहीं दी जा सकती है क्योंकि बहुत अधिक नमक आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए कम मात्रा में नमक की आवश्यकता होती है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए नमक की सही मात्रा के साथ संतुलित आहार लेना जरूरी है।

By: Desk Team  RNI News Network
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नमकीन का सेवन ज्यादा करने पर बढ़ सकता है हार्ट डिजीज का खतरा

नमकीन एक ऐसी वस्तु है जो खाने में स्वादिष्ट होने का साथ ही आस-पास के दुकानों पर आसानी से मिल जाती है। इसे हम रात को भूख लगने पर, सुबह चाय पीते हुए, ऑफिस में कलिग से बात करते हुए या बॉस से किसी विशेष मुद्दे पर चर्चा करते हुए खा सकते हैं।

कहने का तात्पर्य है कि किसी भी समय हम नमकीन का सेवन किसी भी रूप में कर सकते हैं। आप चाहें तो नमकीन को दाने (लाई, मुरमुरे या चबैना) के साथ भी मिलाकर खा सकते हैं, जो आपको एक अच्छा स्वाद प्रदान कर सकता है। परंतु एक बात याद रखिए कि जहां इसको खाने के फायदे हैं वहीं इसको खाने के नुकसान भी कम नहीं हैं।

आपको बता दें कि नमकीन का संबंध केवल आलू भुजिया नमकीन, मोटी भुजिया नमकीन, मूंग जैसी कई नमकीन तक सीमित नहीं है बल्कि इसका संबंध बाजार में मौजूद कुरकुरे, चिप्स जैसे अन्य बाजार में उपस्थित नमकीनों से भी है, जिसे हममें से ज्यादातर लोग किसी-न किसी रूप में खाते रहते हैं।

प्रतिदिन नमकीन खाने की सलाह नहीं दी जा सकती है क्योंकि बहुत अधिक नमक आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए कम मात्रा में नमक की आवश्यकता होती है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए नमक की सही मात्रा के साथ संतुलित आहार लेना जरूरी है।

नमकीन में नमक की मात्रा का अधिक होना

नमक एक मिनरल पदार्थ है जिसका निर्माण सोडियम क्लोराइड (NaCl) से होता है। नमक का उपयोग आमतौर पर भोजन में मसाला और प्रीजरवेटिव्स (खाद्य पदार्थ के बचाव) के रूप में प्रयोग किया जाता है।

एक सीमित मात्रा में नमक हमारे शरीर के लिए जरूरी कारक है क्योंकि यह फ्लूड बैलेंस और नर्व्स फंक्शन जैसे कार्य को बनाए रखने में मददगार होता है।

हालांकि, बहुत ज्यादा नमक का सेवन हमारे स्वास्थ्य पर नुकसान पहुंचा सकता है। बहुत नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, जिससे हार्ट डिजीज और हार्ट स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

ज्यादा नमक का सेवन किडनी की समस्याओं, हड्डियों के कमजोर करके नुकसान पहुंचाने, फ्लूड रिटेंशन (शरीर के आंतरिक भागों में पानी भर जाना) को भी बढ़ा सकता है और हमारी प्यास और स्वाद की भावना को प्रभावित कर सकता है।

ऐसे में कहा जा सकता है कि जो नमकीन हम खाते हैं उनमें नमक की मात्रा, नमकीन को प्रिजर्व करने के लिहाज से बहुत ज्यादा होती है जो हमारे शरीर में जाकर नुकसान पहुंचा सकती हैं।

वहीं नमकीन का सेवन स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर एक निश्चित और सीमित दायरे में ही करना उचित है वर्ना स्वाद के चक्कर में आप अपने शरीर के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जो किसी भी रूप में सही नहीं हो सकता है।

हम आपको यहां 10 बिंदुओं में, ज्यादा नमक खाने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं…

बहुत ज्यादा नमक खाने के नुकसान। Disadvantages of eating too much salt

  1. हाई ब्लड प्रेशर

ज्यादा नमक के सेवन करने से सबसे बड़ा प्रभाव हमारे शरीर के ब्लड प्रेशर का बढ़ना है। नमक में सोडियम होता है और जब हम बहुत ज्यादा सोडियम का सेवन कर लेते हैं, तब हमारे शरीर में पानी जमा होने लगता है,जिससे खून की मात्रा बढ़ने लगती है और ब्लड वेसल्स पर दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

  1. हृदय रोगों का खतरा बढ़ना

बहुत ज्यादा नमक के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर बढ़ता है जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेलीयर जैसी घाटक हार्ट डिजीज का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ सकता है।

  1. किडनी डैमेज हो सकती हैं

किडनी शरीर में लिक्विड का बैलेंस बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाती है। बहुत ज्यादा नमक खाने से किडनी पर दबाव पड़ सकता है और जिससे उसकी फंक्शनिंग भी खराब हो सकती है, ऐसें में नमकीन में पड़े ज्यादा नमक के अधिक सेवन से, एक समय के बाद किडनी खराब होने की संभावना बढ़ सकती है।

  1. वाटर रिटेंशन

बहुत ज्यादा नमक के सेवन से शरीर में पानी जमा हो सकता है, जिससे शरीर के कई हिस्सो में जैसे हाथ, पैर और टखने में सूजन हो सकती है।

  1. ऑस्टियोपोरोसिस

बहुत ज्यादा नमक के सेवन से यूरीन के माध्यम से कैल्शियम का उत्सर्जन बढ़ सकता है, जिससे हड्डियों की डेंसिटी और मजबूती में कमी आ सकती है और जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ सकता है।

  1. पेट का कैंसर

कई अध्ययनों से यह पता चला है कि हाई सोडियम डाइट से पेट के कैंसर का खतरा काफी गुना बढ़ सकता है, संभवतः नमक के पाचन के दौरान बनने वाले कार्सिनोजेनिक यौगिकों के कारण ऐसा होता है।

  1. खराब कॉग्नेटिव हेल्थ

हाई सोडियम डाइट मेमोरी और ध्यान सहित कॉग्नेटिव फंक्शन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे संभावित रूप से कॉग्नेटिव फंक्शन और मनोभ्रंश का खतरा बढ़ सकता है।

  1. फ्लूड इनबैलेंस

बहुत ज्यादा नमक का सेवन शरीर में लिक्विड बैलेंस को बिगाड़ सकता है, जिससे डिहाइड्रेशन या अति-हाइड्रेशन हो सकता है, दोनों ही स्थिति हमारे स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती है।

  1. प्यास का अधिक लगना

नमक एक प्राकृतिक प्यास उत्तेजक के रूप में कार्य करता है और बहुत ज्यादा नमक के सेवन से आपको प्यास ज्यादा लग सकती है, जिससे शरीर में लिक्विड बढ़ जाता है, जो वाटर बैलेंस को बढ़ा सकता है।

  1. टेस्ट सेंसेशन को बिगाड़ देता है

नियमित रूप से हाई सोडियम खाने से समय के साथ स्वाद कलिकाएं असंवेदनशील हो सकती हैं, जिससे प्राकृतिक स्वादों की सराहना करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है और संभावित रूप से नमकीन चीजों को प्राथमिकता दी जा सकती है।

यह ध्यान रखना जरूरी है कि नमक एक जरूरी मिनरल है जिसकी शरीर को बड़ी मात्रा में जरूरत होती है, लेकिन इसके बहुत ज्यादा सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

रोज़ाना नमकीन खाने के कई फायदे

रोज़ाना नमकीन खाने के कई फायदे भी हो सकते हैं, लेकिन यह भी याद रखना जरूरी है कि नमकीन का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यहाँ नमकीन खाने के संभावित फायदे लिखे हुए  हैं:

  1. नमक की पूर्ति: नमकीन में नमक होता है, जिससे आपके शरीर में नमक की पूर्ति होती है। नमक शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है, जैसे कि न्यूरो-मस्क्यूलर ट्रांसमिशन और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने जैसे कामों में।
  2. मनोरंजन: नमकीन का स्वाद लोगों को पसंद होता है और यह आपके खाने का स्वाद बढ़ा सकता है।
  3. प्रोटीन स्रोत: कुछ नमकीन में दाल और चना जैसी सामग्री पड़ी होती है, जिससे आपके शरीर में प्रोटीन की पूर्ति हो सकती है।
  4. विटामिन और मिनरल्स: कई नमकीन प्रोडक्ट्स में अल्पकालिक रूप या कहें कम मात्रा में विटामिन और मिनरल्स हो सकते हैं, जैसे कि विटामिन बी और आयरन।
  5. सोडियम की आपूर्ति: नमक में सोडियम होता है, जिससे आपके शरीर में सोडियम की आपूर्ति होती है। यह शरीर के विभिन्न प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे कि विषाणुरोधक क्रिया और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखता है।

यह ध्यान रखना जरूरी है कि नमक एक जरूरी मिनरल है जिसकी शरीर को बड़ी मात्रा में जरूरत होती है, लेकिन इसके बहुत ज्यादा सेवन से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, आपको नमकीन को मात्रता का एक निश्चित समय पर ही सेवन करना चाहिए।

खासकर सर्दियों में, नमकीन का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह विषाणुरोधक क्रिया को बढ़ा सकता है और तनाव में वृद्धि कर सकता है। वहीं बच्चों और बूढ़ों के लिए बेहतर है कि वे सेहतमंद नमकीन विकल्पों को पसंद करें, जैसे कि ड्राय फ्रूट्स या नट्स, जिनमें प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स प्रचूर मात्रा में होते हैं।

नमकीन खाने की लत लगने पर आप क्या कर सकते हैं

यह तो आपको पता ही चल गया है कि रोजाना या प्रतिदिन नमकीन खाने से कोई फायदा नहीं होता है। हाँ अगर आपको ज्यादा नमकीन खाने की लत लग चुकी है और आप उससे पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो आपको कुछ कठोर निर्णय लेने होंगे क्योंकि  नमकीन में अक्सर तले हुए पदार्थों का भी प्रयोग होता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक  होते हैं। तले हुए पदार्थों में कैलोरी, संतृप्त वसा, और ट्रांस वसा की मात्रा अधिक होती है, जो मोटापे, हृदय रोग, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ाते हैं।

इसलिए, अगर आप नमकीन खाने की आदत से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • घर पर नमकीन बनाते समय नमक की मात्रा कम रखें।
  • नमकीन खाने के बजाय, स्वस्थ स्नैक्स जैसे फल, सब्जियां, या नट्स खाना प्रिफर करें।
  • अपने प्रतिदिन के आहार में नमक की मात्रा कम करें।
  • अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो नमकीन खाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

विभिन्न प्रकार की नमकीन बनाने में किन-किन वस्तुओं को प्रयोग होता है

नमकीन बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में कई चीज़ों की जरूरत होगी। इसके लिए आपको ऑयल, मैदा, नमक, मसाले, मूंगफली के दाने, मसूर, मूंग की दाल जैसी चीजें चाहिए होगी। साथ ही काम करने के लिए 1-2 स्टाफ की भी जरूरत होगी। बिजनेस से जुड़ी मशीनों को चलाने के लिए आपको कम से कम 5-8 किलोवाट का बिजली कनेक्शन भी लेना होगा।

विभिन्न प्रकार की नमकीन बनाने में मूंग दाल, चाट मसाला, चना दाल, नमक, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, हींग, तेल, काले चने,नींबू का रस, हरी मटर,अमचूर पाउडर,काली मिर्च पाउडर,बेसन, मूंगफली के दाने,चावल का आटा, हल्दी पाउडर जैसे कई वस्तुओं का प्रयोग होता है।

यहां आपको एक बात ध्यान रखना चाहिए की आपकी नमकीन में जितने ज्यादा इनग्रेडिएंट होंगे वो उतना ही ज्यादा नमकीन को स्वादिष्ट बनाएंगे। परंतु कई बार ज्यादा इनग्रेडिएंट का उपयोग करने पर आपको नकारात्मक रिजल्ट भी मिल सकता है।

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए आपका आभार। यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है। हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है। आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो, उसे अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

THIS POST IS WRITTEN BY ABHINAV TIWARI…

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