Vrindavan : वृंदावन में शनिवार को प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जामंत्री ए.के. शर्मा का दौरा उस समय चर्चा का विषय बन गया जब वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ठाकुर बांके बिहारी मंदिर पहुंचे। दर्शन के दौरान मंदिर परिसर में माहौल तनावपूर्ण हो गया। मंदिर सेवायतों और स्थानीय महिलाओं ने कॉरिडोर योजना और न्यास के गठन के विरोध में प्रदर्शन किया। सेवायत परिवार की महिलाओं ने गले में काला पट्टा पहनकर नारेबाजी की, जबकि कुछ महिलाओं ने ऊर्जामंत्री को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया, जिसे मौके पर मौजूद पुलिस ने छीन लिया। मंदिर सेवायतों ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि वे मंत्री को माला और प्रसाद नहीं देंगे, जिसे उन्होंने निभाया भी।
इस विरोध के चलते मंत्री को मंदिर के गेट नंबर 4 से निकाला गया। बावजूद इसके, ऊर्जामंत्री ने ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन किए और फिर वीआईपी मार्ग स्थित सेवायत जुगल किशोर गोस्वामी की गद्दी पर पहुंचे। वहां भी विरोध कर रही महिलाएं पहुंच गईं। पुलिस ने सुरक्षा घेरे में लेकर मंत्री को वहां से सुरक्षित निकाला और वह पागल बाबा बिजलीघर स्थित विद्युत उपकेंद्र के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे।
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए ऊर्जामंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि बांके बिहारी के दर्शन का सौभाग्य मिला है और सरकार मंदिर कॉरिडोर से जुड़े किसी भी फैसले को जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए ही ले रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसी पर अपनी मर्जी नहीं थोप रही और जो भी विकास कार्य होंगे, वह संवाद और सहमति के आधार पर किए जाएंगे।