Mathura News: मथुरा-वृंदावन में अवैध निर्माण की बाढ़ आई हुई है। प्रशासन की तमाम कार्रवाइयों के बाद भी अवैध निर्माण लगातार जारी है। माफियाओं ने अवैध रूप से एक के बाद एक कंकरीट की आलीशान इमारतें खड़ी कर दी हैं। यहां तक कि इस इलाके में चार से पांच मंजिला भवन बनाए गए हैं। इनमें बिना अनुमति के होटल और गेस्टहाउस खुलेआम संचालित किए जा रहे हैं। वहीं अब मथुरा जिला प्रशासन ने एक बार फिर से अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के लिए कमर कस ली है।
तस्वीरों में खड़ी नजर आ रही ये ऊंची ऊंची अट्टालिकांए कान्हा की नगरी वृंदावन की हैं। यहां के भू-माफियाओं ने इन्हें बिना अनुमति के ही बना डाला है। यूपी की बात पर तमाम रिपोर्ट दिखाने के बाद मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण ने पूर्व में कार्रवाई की थी, लेकिन कार्रवाई के बाद भी ये बे-लगाम हैं। वृंदावन में कभी हरे भरे जंगल हुआ करते थे लेकिन माफियाओं ने जमीनों को कब्जाने के चक्कर में बड़ी संख्या में हरे भरे पेड़ों को काट दिया।
आज यहां चारों ओर अवैध रूप से बना कंकरीट का जंगल नजर आ रहा है। माफियाओं ने चार से पांच मंजिल इमारते खड़ी कर दी हैं। फिलहाल जिला प्रशासन ने एक बार फिर से अवैध निर्माण पर शिकंजा कसने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने अधिकारियों को ऐसे निर्माण को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने प्राधिकारण के सचिव को लेटर जारी किया है।
वहीं जिलाधिकारी ने लोगों से इन माफियाओं के झांसे न आने की सलाह दी है। उनका कहना है कि अगर यहां पर किसी को भी जमीन की खरीद बिक्री करनी हो तो उसके पूरे कागजात को ध्यान चेक करके ही कोई डील करें। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कोई इस तरह का मामला सामने आता है तो उससे जिला प्रशासन को अवगत कराया जाय। ताकि ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने में मदद मिल सके।
बहरहाल मथुरा के जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण पर एक बार फिर से कार्रवाई के लिए तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया है। लेकिन सवाल इस बात का है कि जब मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण ने अवैध निर्माण पर कार्रवाई की थी तो फिर इस तरह का अवैध निर्माण किसके इशारे पर फलफूल रहा है। इससे तो यही लगता है कि इसमे कुछ विभागीय अधिकारियों और अभियंता की मिलीभगत हो सकती है।
वृंदावन में कई बार कार्रवाई के बाद भी भवनों के अवैध निर्माण के साथ ही होटल और गेस्टहाउस का अवैध संचालन किया जा रहा है। ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि प्रशासन की इस बार की कार्रवाई से क्या इस इलाके में चल रहे अवैध निर्माण पर पूरी तरह से रोक लग पाएगी। इस खबर में फिलहाल इतना ही। आप बने रहिए यूपी की बात के साथ।
This post is Written by Narendra Singh Rana and Edited/Published by Abhinav Tiwari…