नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो नेटवर्क विस्तार की दिशा में काम तेज हो गया है। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) के तीनों प्रस्तावित रूटों के लिए डिटेल्ड डिजाइन ड्रॉइंग (Detailed Design Drawing – DDC) तैयार करने की प्रक्रिया दिसंबर से शुरू होगी।
इसके लिए डिटेल डिजाइन कंसल्टेंट (DDC) के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और एक सप्ताह के भीतर कंपनी का चयन कर लिया जाएगा। तीनों रूटों के लिए तैयार होगी विस्तृत डिजाइन ड्रॉइंग
एनएमआरसी के अनुसार, तीन प्रस्तावित रूट जिनके लिए डीडीसी तैयार की जाएगी, ये हैं —
1. सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 (ग्रेटर नोएडा वेस्ट रूट)
2. सेक्टर-142 से बोटेनिकल गार्डन तक
3. ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी तक
31.595 किलोमीटर के नेटवर्क की योजना
इन तीनों रूटों की कुल लंबाई लगभग 31.595 किलोमीटर होगी। डिटेल डिजाइन कंसल्टेंट (DDC) को सिविल डिजाइन, विद्युत-यांत्रिक कार्य, लागत अनुमान और ट्रैक डिजाइन की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी होगी। एनएमआरसी इस कार्य के लिए 24.21 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। सलाहकार कंपनी चयन के बाद 5 वर्षों तक इन तीनों रूटों पर कार्य करेगी और सभी तकनीकी सुधारों व निर्माण मानकों की निगरानी भी करेगी।
बोड़ाकी रूट पर स्याल टेस्टिंग जारी
सबसे छोटा रूट, ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी (2.6 किमी) तक के लिए स्याल टेस्टिंग (Soil Testing) चल रही है। यह परीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि पिलर और ट्रैक के लिए मिट्टी की संरचना कितनी उपयुक्त है। स्याल रिपोर्ट मिलने के बाद डीडीसी कंपनी उसी के आधार पर डिजाइन तैयार करेगी।
टोपोग्राफी सर्वे पूरा, रिपोर्ट होगी डिजाइन का हिस्सा
सेक्टर-142 से बोटेनिकल गार्डन और ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी रूट के लिए टोपोग्राफी सर्वे पूरा हो चुका है। इस रिपोर्ट को डिटेल डिजाइन में शामिल किया जाएगा। इसी के आधार पर तय होगा कि कहां-कहां पिलर, स्टेशन या पुल संरचना बनाई जाए।
एनएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार, प्रि-बिड बैठक हो चुकी है, जिसमें तीन कंपनियों ने भाग लिया और तकनीकी सुझाव दिए। दस्तावेजों की जांच चल रही है।
सभी मेट्रो स्टेशनों पर लगेंगे सोलर पैनल
एनएमआरसी ने पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा बचत की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया है। तीनों प्रस्तावित रूटों के सभी मेट्रो स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार – “स्टेशन पर उपयोग होने वाली बिजली इन्हीं सोलर पैनलों से जनरेट की गई ऊर्जा से पूरी की जाएगी।” इससे न केवल बिजली खर्च में कमी आएगी बल्कि परियोजना को ग्रीन एनर्जी मॉडल के रूप में स्थापित किया जाएगा।
ग्रेनो वेस्ट को मिलेगी नई कनेक्टिविटी
सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 तक का रूट ग्रेनो वेस्ट (Greater Noida West) का सबसे बड़ा मेट्रो रूट होगा। इस रूट के शुरू होने से नोएडा और ग्रेनो वेस्ट के बीच यातायात सुगम और तेज होगा। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह प्रोजेक्ट हजारों यात्रियों को प्रतिदिन राहत देगा और संपत्ति मूल्य में भी वृद्धि करेगा।
एनएमआरसी का यह कदम नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो नेटवर्क के विस्तार को नई गति और दिशा देगा। डीडीसी के चयन के बाद दिसंबर से शुरू होने वाला डिजाइन कार्य आने वाले वर्षों में एनएमआरसी को एक आधुनिक, ऊर्जा-कुशल और किफायती मेट्रो सिस्टम के रूप में स्थापित करेगा। यह न केवल यात्रियों को सुविधा देगा बल्कि क्षेत्र के औद्योगिक और आवासीय विकास को भी रफ्तार देगा।