उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे हैं, जिसका इतिहास काफी पुराना है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के नेता प्रदेश में बार-बार जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटकर दंगों की राजनीति करना चाहते हैं और प्रदेश को दंगों व आतंक की आग में झोंकने की कोशिश करते हैं। बृजेश पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करना और लोगों में सुरक्षा का विश्वास कायम रखना है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था को मजबूत रखा जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति भयभीत न हो। उन्होंने यह भी कहा कि धर्म-कर्म के लिए जो श्रद्धालु व्रत और त्योहारों के दौरान बाहर जाते हैं, उनकी सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके साथ ही, व्रत के दौरान लोग जो खाद्य सामग्री खरीदते हैं, उसकी शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए भी सरकार कदम उठा रही है। बृजेश पाठक ने कहा कि दुकानों और बाजारों में लोगों को शुद्ध व गुणवत्तापूर्ण सामग्री ही मिले, इसके लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं।
डिप्टी सीएम ने खाने-पीने की दुकानों पर विक्रेता का नाम प्रदर्शित करने को लेकर भी अपनी राय स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि जब कोई उपभोक्ता सामान खरीद रहा है, तो उसका यह अधिकार बनता है कि उसे पता चले कि वह किससे सामान ले रहा है। इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए, और अगर दुकानदार का नाम प्रदर्शित किया जाए तो इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि सपा लोग सरिया कानून (शरिया कानून) जैसे कठोर कानूनों को प्रदेश में लागू करना चाहते हैं, ताकि अपने वोटबैंक की राजनीति चमका सकें।
बृजेश पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और हर वर्ग के त्योहार, धार्मिक यात्रा व अनुष्ठान शांति और सौहार्द के माहौल में कराए जाएंगे। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश सरकार का मकसद सभी समुदायों के लोगों को समान रूप से सुरक्षा देना और हर पर्व को सुरक्षित व शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराना है।
उन्होंने विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी का उद्देश्य हमेशा प्रदेश को दंगों में झोंकना और जातीय तनाव को हवा देना रहा है, लेकिन भाजपा सरकार ऐसा नहीं होने देगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर नागरिक का सम्मान करते हुए, कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और किसी भी तरह के दंगा-फसाद की कोशिशों को सख्ती से रोका जाएगा।