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Azamgarh : दो पुलों में भ्रष्टाचार का खुलासा: भाजपा नेता अनिल सिंह की शिकायत पर हुआ एक पुल पूरा, दूसरा आज भी अधूरा

Azamgarh : आजमगढ़ के भाजपा नेता अनिल सिंह ने दीदारगंज के दो पुलों में भ्रष्टाचार का खुलासा किया है। शिकायत के बाद बरदह पुल पूरा हुआ, लेकिन बुढनपुर पुल अभी भी अधूरा और सरकारी रिपोर्ट फर्जी है। अनिल सिंह ने जांच और कार्रवाई की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।

By: Desk Team  RNI News Network
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Azamgarh : दो पुलों में भ्रष्टाचार का खुलासा: भाजपा नेता अनिल सिंह की शिकायत पर हुआ एक पुल पूरा, दूसरा आज भी अधूरा

आजमगढ़ जिले के दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र में पुल निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। नरवे गांव निवासी और वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल सिंह (पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी, किसान मोर्चा एवं पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य) ने क्षेत्र के दो प्रमुख पुलों — बुढनपुर एवं बरदह दीदारगंज मार्ग स्थित किलोमीटर 22 व 34  के निर्माण में भारी अनियमितताओं को उजागर किया है।

अनिल सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि उन्होंने 17 अगस्त 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह को एक विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा था। उनकी शिकायत पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तत्परता दिखाई। परिणामस्वरूप किलोमीटर 34 पर कुंवर नदी पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य तेज़ी से पूरा कर लिया गया, जो अब 10 से 15 दिनों में आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।

हालांकि, दूसरी ओर किलोमीटर 22 पर मझुई नदी के ऊपर बनाए जा रहे पुल की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अनिल सिंह का आरोप है कि इस पुल का निर्माण अब तक केवल 40% ही हुआ है, जबकि सरकारी रिकॉर्ड और विश्वकर्मा पोर्टल पर इसे 100% पूर्ण दिखाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि फर्जी रिपोर्टिंग कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। यह पुल केवल आधे पिलर के साथ अधूरा पड़ा हुआ है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

भाजपा नेता ने इस मामले में तत्कालीन जूनियर इंजीनियर (जेई) संतोष गोंड को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि यही अधिकारी अभी भी उसी परियोजना के प्रभारी हैं, जो साफ तौर पर प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।

इस प्रकरण में एक और गंभीर पहलू सामने आया है। पुल निर्माण के ठेकेदार कपिल देव यादव की मृत्यु के बाद नियमानुसार नया टेंडर निकलना चाहिए था, परंतु बिना किसी वैध प्रक्रिया के पुराने टेंडर पर ही सिलेक्शन बॉन्ड की प्रक्रिया चलाई जा रही है। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि शासन को गुमराह करने का भी स्पष्ट प्रयास है।

अनिल सिंह ने चेतावनी दी है कि यदि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई और अधूरे पुल का निर्माण कार्य तत्काल नहीं शुरू हुआ, तो वे दीदारगंज की जनता के हित में आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का संकल्प दोहराया।

इस बीच, उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्य मंत्री बृजेश सिंह, गोरखपुर क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, और किलोमीटर 34 के वर्तमान जेई का भी धन्यवाद ज्ञापित किया, जिनके प्रयासों से एक पुल का निर्माण समयबद्ध तरीके से पूर्ण हुआ।

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