उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी 27 जुलाई को अयोध्या दौरे पर रहेंगे। उनका यह दौरा परमहंस रामचंद्र दास की 22वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में शामिल होने के लिए निर्धारित है। यह समारोह अयोध्या के धार्मिक और सामाजिक परिवेश में एक महत्वपूर्ण आयोजन माना जा रहा है।
समारोह की शुरुआत 22 जुलाई से होगी, जिसमें राम कथा का आयोजन किया जाएगा। यह कथा समारोह पांच दिनों तक चलेगा और धार्मिक श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या इसमें भाग लेगी। 27 जुलाई को सीएम योगी स्वयं अयोध्या पहुंचकर श्रद्धांजलि सभा में भाग लेंगे और परमहंस रामचंद्र दास जी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
परमहंस रामचंद्र दास अयोध्या के प्रतिष्ठित संतों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उनका जीवन सनातन धर्म की सेवा और समाज कल्याण को समर्पित था। उनके अनुयायियों और श्रद्धालुओं में अब भी उनकी गहरी आस्था है।
महंत राम लखन दास, जो वर्तमान में उनके उत्तराधिकारी हैं, ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस पुण्यतिथि समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। सीएम योगी ने इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने की सहमति दे दी है।
मुख्यमंत्री के अयोध्या दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ समारोह स्थल पर आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। अयोध्या में संत समाज और श्रद्धालु वर्ग मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर काफी उत्साहित हैं।
यह दौरा न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि राम मंदिर आंदोलन से जुड़े संतों के सम्मान की दृष्टि से भी एक अहम संदेश देगा।