यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र 2025 में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने किसानों को सिर्फ वोटबैंक समझा, जबकि वर्तमान सरकार ने खेती को बाजार, तकनीक और इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़कर किसानों को सम्मान और समृद्धि का मार्ग दिया है।
मुख्यमंत्री ने विस्तार से बताया कि एक्सप्रेसवे, लॉजिस्टिक पार्क, कोल्ड चेन, स्टोरेज और प्रोसेसिंग यूनिट्स के जरिए यूपी में एक मजबूत एग्रीकल्चर वैल्यू चेन तैयार की गई है, जिससे किसानों की उपज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच रही है।
अन्नदाता किसान हमारे लिए वोट नहीं, बल्कि सम्मान का पात्र है।
पहले उपजाऊ जमीन और जल संसाधन होने के बावजूद किसानों को आधुनिक तकनीक और बीज नहीं मिले।
किसान दिवस पर चौधरी चरण सिंह की 123वीं जयंती पर विपक्ष की गैरमौजूदगी दुर्भाग्यपूर्ण रही।
विपक्ष किसान और दलित दोनों को सिर्फ वोटबैंक की नजर से देखता रहा।
चौधरी चरण सिंह सीड पार्क की शुरुआत आज हुई, पहले लागत ज्यादा और उत्पादन कम था।
आज किसान सुरक्षित है और योजनाओं का सीधा लाभ ले रहा है।
यूपी देश में गन्ना उत्पादन में नंबर-1 राज्य बना है।
पहले चीनी मिलें बंद होती थीं, भुगतान वर्षों तक लटका रहता था, अब ऐसा नहीं है।
किसानों को नई तकनीक और आधुनिक कृषि पद्धतियों से जोड़ा गया है।
22 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को सिंचाई सुविधा दी गई।
कृषि विकास दर 8% से बढ़कर 18% तक पहुंची।
MSP और DBT भुगतान में यूपी देश में नंबर-1 है।
देश की 11% कृषि भूमि यूपी में है, लेकिन 21% खाद्यान्न उत्पादन यहीं होता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से ₹94,668 करोड़ सीधे किसानों के खातों में पहुंचे।
देश के 55% गन्ने का उत्पादन अकेले यूपी में हो रहा है।
एथेनॉल उत्पादन 41 करोड़ लीटर से बढ़कर 182 करोड़ लीटर हुआ।
हर खेत को पानी के लक्ष्य के तहत यूपी देश का सबसे अधिक सिंचित राज्य बना।
पीएम कुसुम योजना के तहत 94 हजार किसानों को सोलर पैनल मिले, 16 लाख ट्यूबवेल के बिजली बिल माफ।
गोवंश संरक्षण के लिए 16 लाख से अधिक गौवंश के आश्रय स्थल बनाए गए।
स्मार्ट खेती, मिलेट्स (श्री अन्न) और मत्स्य उत्पादन से ग्रामीण आय और पोषण में वृद्धि हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में खेती केवल परंपरागत काम नहीं रही, बल्कि यह टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश से जुड़ा एक आधुनिक सेक्टर बन चुका है। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का लक्ष्य किसानों की खुशहाली, आत्मनिर्भरता और सम्मान सुनिश्चित करना है। सीएम योगी के 20 सूत्रीय भाषण से साफ है कि सरकार किसानों को केंद्र में रखकर कृषि नीति चला रही है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने यह संदेश दिया कि यूपी में अब किसान सिर्फ वोट नहीं, बल्कि विकास का आधार है।