उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। इससे पहले, वे जौनपुर में सामूहिक विवाह योजना के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अपने दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। इससे पहले, वे जौनपुर में सामूहिक विवाह योजना के एक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
वाराणसी, जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है, अपनी अनोखी परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। हर साल यहां होलिका दहन के दौरान अलग-अलग थीम पर आयोजन किए जाते हैं, लेकिन इस बार श्मशान घाट के दृश्य को दर्शाने वाला होलिका दहन चर्चा का विषय बन गया है।
वाराणसी में पहली बार पैरा पाइथियन गेम्स का आयोजन किया जाएगा। यह ऐतिहासिक खेल आयोजन 1 से 3 दिसंबर 2025 तक शहर के चार प्रमुख स्टेडियमों और सात स्कूलों के खेल मैदानों पर होगा। इस प्रतियोगिता में 93 देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे, जो इसे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का महत्वपूर्ण आयोजन बनाएगा।
Mahashivratri : महाशिवरात्रि पर काशी में भव्य नजारा, मंगला आरती के बाद निकली अखाड़ों की शोभायात्रा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह से ही काशी और प्रयाग के आयोजनों पर रखे हुए हैं सीधी नजर
महाशिवरात्रि महोत्सव को भव्य बनाने के लिए वाराणसी में लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। वीकेंड पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु काशी पहुंचे, और अगले 48 घंटों में 20-25 लाख अतिरिक्त श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है।
महाशिवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। इस वर्ष, नागा साधुओं को पहले दर्शन का अवसर मिलेगा, जिसके चलते आम श्रद्धालुओं की कतार को कुछ समय के लिए रोका जा सकता है।
महाकुंभ से लौटते श्रद्धालुओं का रेला काशी में उमड़ पड़ा है। 12 फरवरी को लगभग 50 लाख श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे, जो अब तक का ऐतिहासिक आंकड़ा है। शहर की सड़कें, घाट और प्रमुख मंदिर श्रद्धालुओं से खचाखच भरे हुए हैं।
माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। गंगा घाटों पर उमड़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। घाटों पर अधिक भीड़ न जमा हो, इसे ध्यान में रखते हुए 15 फरवरी तक सभी आरती कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।
वाराणसी स्थित सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब 'अक्षर पुरुषोत्तम दर्शनम' का पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। यह कोर्स स्वामी नारायण संप्रदाय और विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयास से तैयार किया गया है। इस पहल का उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देना और इसे व्यापक स्तर पर प्रचारित करना है।
महाकुंभ और मौनी अमावस्या के अवसर पर वाराणसी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भीड़ प्रबंधन और व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सड़कों पर उतरे।
काशी विश्वनाथ मंदिर में इस बार महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए करीब 11 लाख भक्त पहुंचे, जिससे अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं।
महाकुंभ 2025 के दौरान काशी में श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह देखने को मिल रहा है। रेलवे स्टेशनों, गंगा घाटों और शहर की सड़कों पर भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है। मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए हजारों श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं।
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को ठंड से बचाने के लिए योगी सरकार ने ऑनलाइन इंतजाम भी किया है। महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न आने पाए इसके लिए उत्तर प्रदेश वन निगम ने अलाव की लकड़ी की व्यवस्था को भी ऑनलाइन कर दिया है।