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सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही, मोटा बजट पास कराके कर दिया खेल

सिंचाई विभाग से रकाबगंज स्थित कॉलोनी में आवासीय मरम्मत कार्य, शौचालय निर्माण और सड़क निर्माण के लिए मोटी रकम का बजट पास हुआ। आवासीय कॉलोनी में सिंचाई विभाग ने घटिया सामग्री लगाकर काम कराया गया है।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही, मोटा बजट पास कराके कर दिया खेल

सीएम योगी का सख्त निर्देश है कि अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक जनता की संतुष्टि और उसके फीडबैक से तय किया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर लापरवाही का भी मामला सामने आ जाता है। ताजा मामला आगरा जिले के मेन शहर रकाबगंज से सामने आया है। जहां सिंचाई विभाग का कार्यालय अब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। सिंचाई विभाग ने रकाबगंज स्थित एक परियोजना के नाम पर मोटा बजट पास किया गया। इस परियोजना में काम करने वाले मजदूर भी 2 महीने से मौके पर नहीं पहुंचे हैं।

यहां परियोजना के नाम पर सिर्फ घटिया सामग्री से सड़क का निर्माण हुआ है। मकानों की मरम्मत और शौचालय के निर्माण की जगह भ्रष्टाचार का शर्मनाक खेल खेला गया है। जिसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि दफ्तरों के अंदर खाली पड़ी अधिकारियों, कर्मचारियों की कुर्सियां और उन कुर्सियों के सामने आराम फरमाते स्ट्रीट डॉग्स सिंचाई विभाग की पहचान होते जा रहे हैं। इसके बाद सिंचाई विभाग का एक और कारनामा सामने आया है।

सिंचाई विभाग से रकाबगंज स्थित कॉलोनी में आवासीय मरम्मत कार्य, शौचालय निर्माण और सड़क निर्माण के लिए मोटी रकम का बजट पास हुआ। आवासीय कॉलोनी में सिंचाई विभाग ने घटिया सामग्री लगाकर काम कराया गया है। बल्कि साफ तौर पर कह सकते हैं कि यहां पर परियोजना के नाम पर भ्रष्टाचार का नंगा नाच हुआ है। कॉलोनी के अंदर सड़क के नाम पर बेतरतीब तरीके से टाइल्स बिछा दी गईं हैं। बाकी आवासों में मरम्मत के नाम पर पानी से भी पतले रंग से आवासों को पोत दिया गया है।

सिंचाई विभाग की कॉलोनी के लिए हाल ही में एक मोटा बजट पास करके आवास शौचालय और सड़क का काम कराया गया है। कॉलोनी के हालत देखकर यही लग रहा है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सरकारी धन की बर्बादी में लगे हुए हैं। कॉलोनी के लोगों कहना है कि 11 साल से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। उनके मकान जर्जर हो चुके हैं। दरवाजे गल चुके हैं और शौचालय की बुरी हालत है।

सिंचाई विभाग ने कॉलोनी को लोगों के मदद का झूठा बहाना बनाकर शासन को रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट पर परियोजना तैयार कर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया। हालांकि परियोजना का कार्य पूरा हो चुका है, लगभग 2 महीने से मजदूर भी वहां नहीं पहुंचे हैं। लेकिन जब हमने इस बारे में सिंचाई विभाग के बड़े अधिकारियों से बात की तो उनका साफ तौर पर यह कहना था कि अभी परियोजना का कार्य चल रहा है।

जानकारी सामने आई है कि इस पूरे मामले की शिकायत विभाग में भी की गई है। जिसके बाद घटिया सामग्री के इस्तेमाल और गलत तरीके से सरकारी धन का बंदरबांट होना सामने आया है। जहां से यह भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, वहां से कुछ ही दूरी पर सिंचाई विभाग का सर्किल और डिवीजन कार्यालय है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सिंचाई विभाग में किस तरह भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस की नीति को पलीता लगा रहे हैं।

आगरा से संवाददाता फैजान अहमद की रिपोर्ट।

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