राम नगरी अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए गोंडा के कुम्हारों ने तीन लाख दीये बनाकर अयोध्या भेज दिए हैं। इन दीयों को राम की पैड़ी पर सजाया जाएगा। कुल 5 लाख दीयों का ऑर्डर गोंडा के कुम्हारों को दिया गया था, और शेष 2 लाख दीये मंगलवार तक अयोध्या भेजे जाएंगे।
कुम्हारों का कहना है कि बीजेपी सरकार के आने के बाद उनके व्यवसाय में वृद्धि हुई है। वे दीये बनाने के साथ कुल्हड़ और अन्य मिट्टी के सामान भी बनाते हैं। पहले, चीनी सामान की उपलब्धता के कारण उनके काम में मंदी थी, लेकिन अब उन्हें स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार मिल रहा है और वे अपने परिवार का पालन-पोषण अच्छे से कर पा रहे हैं।
गोंडा के लोग भी इस साल दीपावली के लिए मिट्टी के बर्तनों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। कुम्हारों के चेहरों पर मुस्कान है क्योंकि वे इन बर्तनों की बिक्री से अच्छी कमाई कर रहे हैं। गोंडा जिला प्रशासन ने इस बार उनके लिए मिट्टी खुदाई की अनुमति को सहज बना दिया था, जिससे उन्होंने पहले से ही मिट्टी इकट्ठा कर ली थी।
गोंडा की भूमि को राजा दशरथ की कर्म भूमि माना जाता है, और अयोध्या की भूमि को उनकी जन्म भूमि। इसी कारण योगी सरकार गोंडा के कुम्हारों से दीपोत्सव के लिए दीयों का ऑर्डर अवश्य देती है। ये दीये राम पैड़ी पर सजाए जाते हैं, जहां धनतेरस के दिन दीपोत्सव का भव्य आयोजन होता है।