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योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, गैरहाजिर चल रहे चार डॉक्टर बर्खास्त

स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बाहर की दवा लिखने वाले चिकित्सकों से जवाब मांगा जाए।

By: Satyam Dubey  RNI News Network
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योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, गैरहाजिर चल रहे चार डॉक्टर बर्खास्त

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर विभाग को साफ-साफ निर्देश दे दिया है कि कहीं से भी कोई लारवाही सामने न आए। इसके बाद भी कई विभागों में लापरवाह कर्माचारियों और अधिकारियों की वजह से सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का उल्लंघन हो रहा है। जिस विभाग से भी लापरवाही की खबरें सामने आ रही हैं, सरकार तत्काल संज्ञान में लेकर कार्रवाई कर रही है। बारिश के मौसम में स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी बढ़ गई है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग में कुछ गैरजिम्मेदार डॉक्टर हैं, जो सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति में बट्टा लगा रहे हैं। जिनपर सरकार कार्रवाई कर रही है।

डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहे चार डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया है। उनका निर्देश है कि अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों को बर्खास्त किया जाए। उसके बाद नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके साथ ही गोंडा के कटरा बाजार सीएचसी पर तैनात एक ऑपरेटर के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने यह भी निर्देश दिए हैं कि बाहर की दवा लिखने वाले चिकित्सकों से जवाब मांगा जाए। आपको बता दें कि अभी हाल में कुशीनगर जिला संयुक्त हॉस्पिटल में बाहर से दवा लिखने का मामला सामने आया था। यूपी की बात ने इस खबर को प्रमुखता से चलाई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने मामले में संज्ञान लिया और सीएमओ को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से भी दी।

कुशीनगर जिला संयुक्त हॉस्पिटल का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ऐसे मामलों के रोकथाम के लिए ऐक्टिव हो गया है। कुछ दिन पहले कुशीनगर में यूपी की बात की टीम जब मौके पर पहुंची तो मरीजों की लंबी कतार तो थी, लेकिन पुरुष ओपीडी हो या महिला ओपीडी के चेंबर बंद थे, और डाक्टर नदारद थे। इलाज कराने पहुंचे मरीज़ इमरजेंसी में बैठे डॉक्टर से इलाज कराने को मजबूर दिखाई दिए। यदि डाक्टर को दिखा दिया भी तो हास्पिटल के अंदर जरुरी दवाएं भी मिलना मुश्किल थी। मजबूरी में मरीजों को बाहर से दवा खरीदना पड़ रहा था।

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