उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में नगरीय विकास का नया अध्याय लिखा जा रहा है। लखनऊ, गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज जैसे बड़े शहरों के बाद अब वाराणसी नगर निगम भी म्युनिसिपल बॉण्ड जारी करने की तैयारी में है।
इस पहल के साथ उत्तर प्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसके पांच नगर निगमों ने स्टॉक एक्सचेंज में म्युनिसिपल बॉण्ड लिस्ट किए होंगे। इससे पहले गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्य इस क्षेत्र में अग्रणी माने जाते थे।
वाराणसी का म्युनिसिपल बॉण्ड जैसे ही लिस्ट होगा, उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा म्युनिसिपल बॉण्ड वाले नगर निगमों वाला राज्य बन जाएगा। यह सफलता यूपी की मजबूत आर्थिक नीतियों और स्थानीय सरकारों को आत्मनिर्भर बनाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
हाल ही में जारी प्रयागराज नगर निगम के म्युनिसिपल बॉण्ड को निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। यह बॉण्ड 4.4 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ, जो राज्य में बदलते निवेश माहौल और भरोसे को दर्शाता है।
म्युनिसिपल बॉण्ड से जुटाए गए फंड से यूपी के शहरों में कई अहम कार्य पूरे हो रहे हैं, जैसे:
इन बॉण्ड्स के माध्यम से जुटाई गई राशि से न केवल नागरिक सुविधाएं बेहतर होंगी, बल्कि शहरी क्षेत्रों में औद्योगिक निवेश, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। इससे शहरों की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और राज्य सरकार पर आर्थिक निर्भरता कम होगी।
उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के योगी सरकार के लक्ष्य में म्युनिसिपल बॉण्ड एक अहम कड़ी हैं। शहरों में पब्लिक फाइनेंस के जरिए ढांचागत विकास को मजबूती मिल रही है, जिससे राज्य का समग्र आर्थिक आधार मजबूत हो रहा है।
विशेष रूप से वाराणसी और प्रयागराज जैसे धार्मिक पर्यटन स्थलों को इन बॉण्ड्स से अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। यहां का ढांचा बेहतर होगा, जिससे निवेशक, पर्यटक और कारोबारी इन शहरों की ओर आकर्षित होंगे।