यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम दनकौर में खसरा नंबर 211 पर अवैध कब्जे से लगभग 4.6 हेक्टेयर (46,000 वर्ग मीटर) बहुमूल्य सरकारी/प्राधिकरण की भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया। इस भूमि का अनुमानित मूल्य लगभग ₹230 करोड़ बताया जा रहा है। यह अभियान मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर संचालित किया गया।

अभियान का नेतृत्व विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र सिंह ने किया, जिन्होंने मौके पर मौजूद रहकर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की। अभियान में शामिल प्रमुख अधिकारी- शिवौतार सिंह( विशेष कार्याधिकारी), अरविंद सिंह(सहायक पुलिस आयुक्त), मनोज कुमार सिंह(तहसीलदार) , धर्मेंद्र सिंह एवं YEIDA की राजस्व व परियोजना टीम, दनकौर थाना पुलिस, प्राधिकरण का सुरक्षा बल मौजूद रहे। वहीं कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीनों और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई।

अभियान के दौरान अवैध कब्जे में बने- टीनशेड, पक्की और कच्ची दीवारें, झोपड़ियों के साथ अन्य अस्थायी और स्थायी निर्माण पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए। विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा- “प्राधिकरण की किसी भी भूमि पर अवैध कब्जा कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भविष्य में अतिक्रमण की किसी भी कोशिश पर कड़ी कानूनी कार्रवाई और लागत वसूली के साथ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।”

अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यमुना एक्सप्रेसवे व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे इंटरचेंज से जुड़े विकास कार्यों, किसानों के 7% आबादी भूखंड, औद्योगिक और शहरी विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए अतिक्रमण हटाना बेहद आवश्यक था। अतिक्रमण हटने के बाद यह भूमि अब- औद्योगिक निर्माण, शहरी विकास, और YEIDA की आगामी परियोजनाओं के लिए पूरी तरह उपलब्ध हो गई है।

यीडा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान निरंतर जारी रहेगा और किसी भी अवैध कब्जे पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाएगी।

संवाददाताओं से बातचीत में विशेष कार्याधिकारी श्री शैलेंद्र सिंह ने कहा- “आज दनकौर में 46,000 वर्ग मीटर से अधिक भूमि, जिसकी कीमत लगभग ₹230 करोड़ है, को अतिक्रमण मुक्त कराना YEIDA के संकल्प और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
