1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. कौन हैं मायावती की सियासी जमीन संभाल रहे आकाश आनंद , जिनके मंच पर लगते हैं जोशीले नारे

कौन हैं मायावती की सियासी जमीन संभाल रहे आकाश आनंद , जिनके मंच पर लगते हैं जोशीले नारे

Uttar Pradesh Polls 2024 : नोएडा : आकाश रैलियों में आकाश चुनावी बांड को सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताते हुए कहते हैं कि बीएसपी ही है जो इस घोटाले में नहीं है क्योंकि बीएसपी राजनीति की दुकान नहीं है, ये मिशन है बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाने का।

By: Desk Team  RNI News Network
Updated:
gnews
कौन हैं मायावती की सियासी जमीन संभाल रहे आकाश आनंद , जिनके मंच पर लगते हैं जोशीले नारे

Uttar Pradesh Polls 2024 : नोएडा : आकाश रैलियों में आकाश चुनावी बांड को सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताते हुए कहते हैं कि बीएसपी ही है जो इस घोटाले में नहीं है क्योंकि बीएसपी राजनीति की दुकान नहीं है, ये मिशन है बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाने का। ’ अपने काडर में जान फूंकने की कोशिश में आकाश खुद बताते हैं कि ‘कुछ लोग कहते हैं कि बसपा का हाथी रुका है, किसी दबाव में है, लेकिन कार्यकर्ता विश्वास रखें कि हाथी चल रहा और पूरी ताकत से जीतेगा। ’

बहुतों को आकाश आनन्द के बारे में नहीं थी ज्यादा जानकारी

मायावती ने पिछले दिनों जब पार्टी नेशनल कोऑर्डिनेटर के रूप में आकाश आनंद को घोषित किया तो जिन लोगों को उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी उन्हें पता चला कि बसपा सुप्रीमो मायावती का भतीजा आकाश आनंद का जन्म नोएडा में हुआ है जब कि गुरुग्राम से उन्होंने आरंभिक दौर की स्कूली शिक्षा प्राप्त की । इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे विदेश गए और लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ से एमबीए की पढ़ाई की। आकाश आनंद सोशल मीडिया पर किस कदर एक्टिव हैं इसकी तस्दीक आकाश आनंद का सोशल मीडिया पर एक्टिव अकाउंट होने और वहीं , फेसबुक पर उनके 53 हजार फैन फॉलोअर्स होने की बात से लगती है ।

बसपा के लिए यह चुनाव महज जीत की जंग ही नहीं, बल्कि उत्तराधिकारी के नेतृत्व की परीक्षा भी

बसपा के लिए यह चुनाव महज जीत की जंग ही नहीं, बल्कि उत्तराधिकारी के नेतृत्व की परीक्षा भी है। बसपा प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद इस बार अपनी बुआ से कहीं अधिक सक्रिय हैं और अपने युवा तेवर से एक दशक से ‘बहन जी’ की खिसकती सियासी जमीन को थामने की कोशिश में जुटे हैं।

उनकी पहली चुनौती काडर में जान फूंकने की है और अब तक के चुनाव को आधार बनाया जाए तो इसमें काफी हद तक सफल भी रहे हैं। सफेद शर्ट व नीली पैंट के साथ स्पोर्ट्स शूज, गले में नीले रंग में हाथी के निशान वाला सफेद पटका उनकी पहचान बन रहा है और उनके वोट बैंक को रास भी आ रहा है। यही वजह है कि उनके मंच पर आते ही जोशीले नारे लगने लगते हैं-‘आकाश तुम संघर्ष करो।

कौन हैं आकाश आनंद ?

आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। आकाश ने लंदन के बड़े कॉलेज से एमबीए की डिग्री हासिल की है। आकाश पिछले कई सालों से पार्टी में एक्टिव थे, यूथ को जोड़ने के लिए आकाश ने हाल में हुए तीन राज्यों के विधासनभा चुनाव की जिम्मेदारी संभाली थी।

बहुजन समाज को लेकर डॉ. आंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए कांशीराम की राजनीतिक विरासत संभालने वाली मायावती ने पिछले वर्ष 10 दिसंबर को 29 वर्षीय भतीजे आकाश को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाए जाने की घोषणा की थी।

मायावती ने चार दशक पुरानी बसपा की कमान भतीजे को सौंपने की घोषणा जरूर चार माह पहले की, लेकिन आकाश लगभग सात वर्ष से अपनी बुआ का साया बन राजनीति की बारीकी सीख रहे थे।

पहली बार सहारनपुर में आए थे नजर

लंदन से एमबीए किए आकाश पहली बार वर्ष 2017 में सहारनपुर हिंसा के मद्देनजर मायावती के दौरे में उनके साथ दिखे थे। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले 12 जनवरी, 2019 को सपा से बसपा के गठबंधन के साक्षी भी आकाश रहे हैं। तब चुनाव प्रबंधन की कमान संभालते हुए आकाश मेरठ में मायावती की रैली के मंच पर दिखे थे।

आयोग द्वारा मायावती के प्रचार पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद आकाश ने पहली बार आगरा में रैली को संबोधित किया था। आकाश पार्टी पदाधिकारियों की बैठकों में भी बुआ के साथ रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद मायावती ने पहली बार आकाश को बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर (राष्ट्रीय समन्वयक) का दायित्व सौंपा था। इसके बाद से आकाश राज्यों के विधानसभा चुनावों में लगातार सक्रिय रहे।

उत्तर प्रदेश में आकाश ने अपनी रैलियों की शुरुआत नगीना से की। चश्मा लगाए, एक कान में टॉप्स पहने आकाश की हेयर स्टाइल में बसपा समर्थकों को ‘बहन जी’ की झलक दिखती है।

फुर्तीले अंदाज में रैलियों के मंच पर पहुंचते ही हाथ हिलाकर गर्मजोशी से अभिवादन करते व स्वीकार करते हुए जब आकाश बुआ की तरह कागज पर लिखे भाषण को पढ़ने के बजाय पोडियम पर आईफोन और आईपैड का सहारा, जय भीम नारे के साथ पहले टैबलेट देख आराम से भाषण..यह बसपा का नया युग है पढ़ते हैं तो दर्शक दीर्घा में बैठे उनके फैन उनकी मुरीद बन जाते हैं। इंटरनेट मीडिया में भी वे छाये रहते हैं।

रैलियों में आकाश कहते हैं बीएसपी राजनीति की दुकान नहीं , मिशन है बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाने का ।

 

 

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें गूगल न्यूज़, फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...